कोलकाता। पश्चिम बंगाल में पिछले दो सालों में 10 लाख लोगों की मोतियाबिंद की सर्जरी हुई है और लगभग 15 लाख लोगों को मुफ्त में चश्मा दिये गये हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य सरकार की ‘चोखेर आलो’ परियोजना को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। इस सफलता की जानकारी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट कर दी। राज्य सरकार ने इस योजना को 2021 में आंखों के इलाज और अंधेपन की रोकथाम के लिए शुरू की थी. मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉन्च होने के 2 साल के भीतर ही अच्छा रिस्पॉन्स मिला है।
पश्चिम बंगाल में 2021 में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ‘चोखेर आलो’ परियोजना की घोषणा की थी।इस योजना के तहत राज्य के सभी लोग मुफ्त नेत्र उपचार प्राप्त कर सकते हैं।
10 लाख लोगों की हुई मोतियाबिंद की सर्जरी-बोलीं ममता
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, “परियोजना शुरू होने के बाद से अब तक 10 लाख लोगों की मोतियाबिंद की सर्जरी हो चुकी है। साथ ही, 1.5 लाख स्कूल के बच्चों और 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को मुफ्त चश्मा दिया गया है।” ममता बनर्जी ने ट्विटर पर लिखा कि परियोजना की सफलता एक ‘बड़ी उपलब्धि’ है। इस संदर्भ में, उस समय ममता बनर्जी ने कहा था, मैं चोखेर आलो नामक एक परियोजना शुरू कर रही हूं। इस परियोजना में अगले 5 वर्षों में 20 लाख बुजुर्गों की मुफ्त मोतियाबिंद सर्जरी की जाएगी। हम जरूरत के हिसाब से मुफ्त चश्मा भी मुहैया कराएंगे। हमारा मकसद 2025 तक सभी के लिए स्वस्थ आंखें उपलब्ध कराना है। सभी के लिए नेत्र-स्वास्थ्य की सुविधाएं उलब्ध कराी है। राज्य सरकार ने घोषणा की थी कि इस योजना के तहत युवा से लेकर वृद्ध, नवजात से लेकर वृद्ध सभी को आंखों का इलाज मुहैया कराया जाएगा।
‘दुआरे सरकार’ शिविर मे भी होगी नेत्रों की जांच
बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर एक अप्रैल से ‘दुआरे सरकार’ शिविर फिर से राज्य के विभिन्न इलाकों में लगाये जाएंगे। इस शिविर में पहली बार नेत्र जांच की व्यवस्था की जाएगी। इस बाबत स्वास्थ्य विभाग को जानकारी दी गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से ‘दुआरे सरकार’ शिविर के पास नेत्र चिकित्सा के लिए शिविर लगाएंगे। वहां पर शिविर में जाने वाले लोगों की नेत्र की जांच होगी। इसके साथ ही मोतियाबिंद की सर्जरी से लेकर चश्मा देने तक की व्यवस्था भी की जाएगी। सूत्रों का कहना है कि पंचायत चुनाव के पहले ममता बनर्जी फिर से जनता को लुभाने में जुट गई हैं। राज्य में कुछ ही सप्ताह के बाद पंचायत चुनाव के ऐलान होंगे। सभी राजनीतिक पार्टियां इसमें जुट गई हैं।