सिलीगुड़ी। केंद्रीय सड़क एवं भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी गुरुवार को सिलीगुड़ी में कहा कि केंद्र सरकार पूर्वोत्तर के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। केंद्र में भाजपा नेतृत्ववाली एनडीए की सरकार बनाने के बाद से ही पूर्वोत्तर भारत के विकास के लिए काम किया जा रहा है। इसी कड़ी में 1206 करोड़ रुपये की तीन एनएच परियोजनाओं को शुरू किया गया है। उन्होंने ने कहा कि सिलीगुड़ी पूर्वोत्तर भारत का प्रवेश द्वार है है, लिए इस शहर को देश के बड़े और महत्वपूर्ण शहरों से सड़क मार्ग से जोड़ना के लिए काम किया जा रहा है। साथ ही केंद्र सरकार बंगाल में सडकों के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है। आज रायगंज में 1082 करोड़ रुपये की दो एनएच परियोजनाओं और पश्चिम मेदिनीपुर में 5351 करोड़ रुपये की चार एनएच परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है। इस परियोजनाओं से क्षेत्र का विकास तेजी से होगा।
उल्लेखनीय केंद्रीय सड़क एवं भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी गुरुवार को सिलीगुड़ी में पहुंचे जहां उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। उन्होंने आज बालासन ब्रिज से लेकर सेवक छावनी तक फोरलेन सड़क की आधारशिला रखी। ज्ञात हो कि यह फोरलेन सड़क केंद्र की कुछ प्रमुख सड़क परियोजनाओं में से एक है।
जानकारों का मांनना है कि इस फोरलेन सड़क से ना सिर्फ उत्तार बंगाल की बल्कि सम्पूर्ण पूर्वोत्तर भारत की तस्वीर बदल सकती है। यह सड़क इस क्षेत्र की सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक सूरत में बड़ा बदलाव ला सकती है। प्रत्यक्ष रुप से यह सड़क हजारों लोगों ख़ास तौर पर गरीब और मेहनतकश लोगों को रोज़गार प्रदान करने के अलावा क्षेत्र की व्यापारिक गतिबिधियों को तेज करने में कारगर जरिया हो सकता है। इस सड़क से आवागमन को जिस तरह से गति मिलेगी वहीं, इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिल सकता है। राजनैतिक रूप से देखा जाए तो इस सड़क के बनने के बाद उत्तर बंगाल के साथ साथ पूर्वोत्तर भारत में भाजपा की छवि एक विकासशील वाहक के रुप में माने जाने की संभावना है। उल्लेखनीय है कि केंद्र की भाजपा सरकार ने सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास का नारा देकर खुद को विकास का वाहक बनने की मुहिम छेड़ी हुई है।
दूसरी बात है कि उत्त्तर बंगाल से होकर दार्जिलिंग, कालिम्पोंग और मिरिक जैसे पहाड़ी क्षेत्र पर्यटन की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण हैं। इनके अलावा सिक्किम और पूर्वोत्तर के क्षेत्र भी पर्यटन क्षेत्र के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण हैं। पर्यटन के साथ साथ इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। ऐसी सम्भावना व्यक्त की जा रही है। इससे भाजपा को खुद को विकास का वाहक कहलाने का हक़ भी बनेगा और उसे उत्तर बंगाल में पैर जमाने का अवसर मिलेगा। इसी तरह पूर्वोत्तर में भी भाजपा को खुद को स्थापित करने में सहूलियत होगी। आपको बता दें कि पूर्व प्रधान मंत्री अटल विहारी बाजपेयी भी फोरलेन सड़क का संजाल बिछाने को लेकर खासे लोकप्रिय हुए थे।