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राष्ट्रीय स्वयंसेवक के सरसंघचालक मोहन भागवत आज पहुंचेंगे कोलकाता, 23 को होगी सभा

कोलकाता। आज यानी बुधवार की रात राष्ट्रीय स्वयंसेवक के सरसंघचालक मोहन भागवत कोलकाता पहुंचेंगे। इससे पहले मंगलवार को आरएसएस की ओर से संवाददाता सम्मेलन कर कहा गया कि पांच दिवसीय सांगठनिक प्रवास के दौरान मोहन भागवत संघ के पदाधिकारियों के. . .

कोलकाता। आज यानी बुधवार की रात राष्ट्रीय स्वयंसेवक के सरसंघचालक मोहन भागवत कोलकाता पहुंचेंगे। इससे पहले मंगलवार को आरएसएस की ओर से संवाददाता सम्मेलन कर कहा गया कि पांच दिवसीय सांगठनिक प्रवास के दौरान मोहन भागवत संघ के पदाधिकारियों के साथ सांगठनिक मामलों पर बैठक करेंगे और समाज के प्रमुख लोगों से बात करेंगे। साथ ही नेताजी के जन्म दिवस पर शहीद मीनार में सभा को संबोधित करेंगे। वर्ष में कम से कम दो बार संघ के विभिन्न संगठनात्मक प्रांतों की यात्रा करने की परंपरा है।
डॉ. हेडगेवार से थे नेताजी के गहरे संपर्क
संघ के पहले सरसंघचालक डॉ. हेडगेवार पहली बार नेताजी सुभाष चंद्र बोस से 1921 में कलकत्ता में कांग्रेस अधिवेशन में मिले थे, जब डॉ. हेडगेवार विदर्भ कांग्रेस के सचिव थे। नेताजी और डॉक्टरजी दोनों का इस बंगाल से गहरा नाता है। बाद में नेताजी और डॉक्टरजी दोनों ने कांग्रेस छोड़ दी। डॉक्टरजी ने 1925 में नागपुर में 12 युवाओं के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना इस विश्वास के साथ की थी कि समाज के भीतर यह संगठन देश को स्वतंत्र और आत्मनिर्भर बना सकता है। नेताजी और डॉक्टर जी दोनों का मानना ​​था कि राष्ट्रीय विचारधारा से प्रेरित एक अनुशासित संगठन ही भारत की स्वाधीनता व स्वतंत्रता का एकमात्र रास्ता है,तो एक ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और दूसरे ने आजाद हिंद फौज का नेतृत्व किया। कई इतिहासकारों के अनुसार, नेताजी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को आजाद हिंद वाहिनी में विलय करने के इरादे से डॉक्टरजी से मिलने गए थे। अब नेताजी की 126वीं जन्म वार्षिकी यानी 23 जनवरी के दिन कोलकाता और हावड़ा के स्वयंसेवकों द्वारा सुबह 9 बजे से 11 बजे तक ‘नेताजी लह प्रणाम’ कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम में मोहन भागवत की उपस्थिति में दक्षिण बंग प्रांत के कलकत्ता और हावड़ा महानगर में स्वयंसेवकों द्वारा शहीद मीनार मैदान में बौद्धिक के साथ शारीरिक प्रदर्शनी होगी।

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