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लखनऊ के ‘महारैली’ में बरसीं मायावती, बोलीं- बिकाऊ लोगों को खरीदकर दलित वोट को बांटने की साजिश कर रहीं सपा-कांग्रेस व भाजपा

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती आज पार्टी के संस्थापक कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर लखनऊ स्थित कांशीराम स्थल पर महारैली को संबोधित कर रही हैं। अलग-अलग राज्यों से बसपा कार्यकर्ता और समर्थक लखनऊ पहुंचे हैं।जनता को संबोधित. . .

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती आज पार्टी के संस्थापक कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर लखनऊ स्थित कांशीराम स्थल पर महारैली को संबोधित कर रही हैं। अलग-अलग राज्यों से बसपा कार्यकर्ता और समर्थक लखनऊ पहुंचे हैं।
जनता को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा,”आज लाखों की संख्या में लोग यहां जुटे हैं। उन्होंने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि योगी सरकार ने सपा की तरह पैसा नहीं दबाया। सपा सरकार ने टिकट के पैसे तक दबाए। पार्क, स्थलों की हालत सपा सरकार में खराब हो गई।
पार्क में लगे कांशीराम की स्मारक के रखरखाव पर मायावती ने कहा”जब हमारी सरकार सत्ता में थी, जब पार्टी संस्थापक कांशीराम का यह स्मारक बनाया गया था, तो हमने तय किया था कि आगंतुकों को टिकट बेचे जाएंगे और उस पैसे का इस्तेमाल इस स्मारक के रखरखाव के लिए किया जाएगा। लेकिन, सपा सरकार ने इस पैसे का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए किया।”
मायावती ने योगी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि टिकट से मिलने वाला पैसा इन स्थलों के रखरखाव में लगाया जाए। बीजेपी सरकार ने इस पर सकारात्मक रुख अपनाया और मरम्मत का पूरा खर्च उठाया। इसके लिए हम बीजेपी सरकार का आभार जताते हैं।

सपा पर जमकर बरसीं मायावती

उन्होंने सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जब ये सरकार में रहते हैं, तब इनको हमारे गुरु, संत और महापुरुष याद नहीं आते. आज जब ये विपक्ष में हैं, तब इनको पीडीए याद आ रहा है. हमारे गुरु, संत और महापुरुष याद आ रहे हैं। मायावती ने कहा कि अखिलेश यादव से पूछना चाहती हूं कि हमने कासगंज जिला बनाकर उसका नाम मान्यवर कांशीराम के नाम से रखा था। सत्ता में आते ही सपा ने उसका नाम बदल दिया।
मायावती ने कहा कि ये समाजवादी पार्टी का दोहरा चरित्र है। हमें दोहरे चरित्र वाले लोगों से दूर रहने की जरूरत है। हमारी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया। इस दौरान महारैली में हजारों कार्यकर्ताओं की भीड़ मौजूद रही।
बसा सुप्रीमो ने आगे कहा कि बाबा साहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर को कोट करते हुए कहा कि उनका कहना था कि सत्ता एक ऐसी मास्टर चाबी है, जिसके माध्यम से इन वर्गों के लोग अपनी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं, खुशहाली और स्वाभिमान का जीवन व्यतीत कर सकते हैं।

दलित और अन्य उपेक्षित वर्गों को एक साथ आना होगा

मायावती ने कहा कि बाबा साहब के सपने को पूरा करने के लिए मान्यवर कांशीराम ने अपना पूरा जीवन खपा दिया। यूपी में कई बार सरकार बनाकर, आसपास के राज्यों में भी विधायक-सांसद जिताकर बाबा साहब का कारवां आगे बढ़ाया है।
उन्होंने कहा कि कांशीराम की दिली तमन्ना थी कि दलित और अन्य उपेक्षित वर्गों की आबादी बहुत अधिक है, इन वर्गों को एकजुट होकर अपनी पूर्ण बहुमत की सरकार बनानी होगी। तभी पूरे स्वाभिमान के साथ जिंदगी व्यतीत कर सकते हैं। मायावती ने कहा कि दुख की बात ये है कि कांशीराम के जीते जी यह सपना साकार नहीं हो सका था। उनके निधन के बाद उनकी एकमात्र उत्तराधिकारी ने इसे पूरा भी किया है और हमने 2007 में पहली बार अकेले ही पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई है।