विश्व मधुमेह दिवस आज : डायबिटीज रोगियों में अंधता की आशंका 25 गुना ज्यादा, ऐसे रखें शुगर लेवल को कंट्रोल
नई दिल्ली। 14 नवंबर को विश्व मधुमेह दिवस मनाया जाता है। इस साल की थीम एक्सेस टू डायबिटिज एज्यूकेशन है। इस बीमारी में अंधता का खतरा 25 गुना तक अधिक होता है। ब्लड शुगर ज्यादा बढ़ने से रेटिना की सूक्ष्म रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचता है।
नेत्र सर्जन डॉ. सुरेश पाण्डेय ने बताया कि भारत में मधुमेह रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ने के प्रमुख कारण है हाई कैलोरी, हाई शुगर युक्त भाेजन, नियमित एक्सरसाइज का अभाव। बढ़ता प्रदूषण एवं तनाव माेटापा बढ़ा रहे हैं।
नेत्र सर्जन डॉ. विदुषी पांडेय के अनुसार डायबिटीज में अंधता का खतरा 25 गुना अधिक होता है। ब्लड शुगर बढ़ने से आंखों में पर्दे (रेटिना) की सूक्ष्म रक्त वाहिकाओं को नुकसान हाेता है। रेटिना सर्जन डॉ. दीपेश छबलानी के अनुसार मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति को नियमित रूप से वर्ष में दो बार दवा डालकर अपनी आंखों एवं रेटिना की विस्तृत जांच करवाना जरूरी है।
डॉक्टर्स का मानना है कि अगर एक बार किसी व्यक्ति को मधुमेह यानी डायबिटीज की शिकायत हो जाए, तो वह मरते दक रहती है. साथ ही डायबिटीज का इलाज समय पर न करने से गंभीर परिणाम हो सकते हैं। इसलिए मधुमेह के प्रति जागरूकता, देखभाल और उपचार बेहद महत्वपूर्ण है।
क्या है डायबिटीज?
मधुमेह जिसे डायबिटीज के नाम से भी जाना जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर से इंसुलिन का उत्पादन या उपयोग करने की क्षमता कम होने लगती है। इंसुलिन एक हॉर्मोन है जो शरीर की रक्त शर्करा के स्तर को नियमित करने में मदद करता है। आपको बता दें, जब बॉडी में पर्याप्त इंसुलिन नहीं होता, तो शरीर का ब्लड शुगर लेवल अधिक हो जाता है। जिससे हृदय रोग, स्ट्रोक, गुर्दे की बीमारी व अंधापन सहित और भी कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। ऐसे में जरूरी है कि सर्दियों के मौसम में डायबिटीज के मरीज अपना किस तरह से ध्यान रखें, ये जानना बेहद जरूरी है. क्योंकि सर्दी में डायबिटीज की समस्या बढ़ जाती है।
1. एक्सरसाइज
सर्दी के मौसम में कोई भी कामकरने में बहुत आलस लगता है। आलसपन के कारण कई डायबिटीज मरीज अपनी सेहत पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। लेकिन बॉडी में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए आपको एक्सरसाइज जरूर करना चाहिए। सुबह के समय आधे घंटे की एक्सरसाइज आपको इस बीमारी में आराम दिला सकती है। सर्दियों के कारण इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाने के लिए बिना आलस किए एक्सरसाइज करना जारी रखें। सर्दियों में फिजिकल एक्टिविटी कम होने की वजह से वजन भी बढ़ने लगता है, इसलिए एक्सरसाइज इन सभी से निपटने में कारगर है।
2. ऑयली फूड कम खाएं
हमने सर्दियों में डायबिटीज पर ज्यादा ध्यान देने की बात इसलिए कही क्योंकि इस मौसम में लोग खाने पीने में कोताही नहीं बरतते हैं। साथ ही ठंडियों में लोग ऑयली फूड का जमकर सेवन करते हैं। जो काफी हद तक सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। इससे कोलेस्ट्रॉल से लेकर वजन तक तेजी से बढ़ने लगता है। डायबिटीज के मरीजों को खासतौर से ऑयली फूड के सेवन से बचना चाहिए, क्योंकि इस समय इम्यून सिस्टम थोड़ा कमजोर हो जाता है. जो आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
3. सुरक्षित त्वचा
त्वचा का दमकना बहुत जरूरी है. कई बार चेहरे से लोग बीमारी का पता लगा लेते हैं। सर्दियों के मौसम में अपने शरीर के साथ-साथ हाथ और पैरों का भी अधिक ख्याल रखें। स्किन को साफ-सुथरा रखने के साथ ही यह भी देखते रहें कि कहीं जलने, कटने या घाव के निशान तो नहीं हैं।स्किन को मॉश्चराइज रखें क्योंकि ड्रायनेस से खुजली हो सकती है और अधिक खुजली से स्किन पर रैशेज पड़ सकते हैं।
4. अन्य सावधानियां
डायबिटीज और कई दूसरी बीमारियों से जूझ रहे लोगों को इस मौसम में फ्लू और निमोनिया होने का रिस्क भी बढ़ जाता है।. इससे बचे रहने के लिए टीके या दवाई की जिस किसी की भी जरूरत हो, अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा करके ले लें.
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