शेरा, शिवा, तेजल और तारा की मस्ती बना हुआ है आकर्षण का केंद्र , बंगाल सफारी पार्क में जाने वालों का मोह लेते हैं मन
सिलीगुड़ी। शेरा, शिवा, तेजल और तारा की मस्ती इन दिनों आकर्षण का केंद्र बना हुआ है, जो भी इन चारों की मस्ती को देखता है, बस देखता ही रह जाता है। आप सोच रहे होंगे की हम कि शेरा, शिवा, तेजल और तारा की बात कर रहे है, तो हम आपको बता दें कि बंगाल सफारी पार्क में आकर्षण का केंद्र बने चार बाघ शावकों की बात कर रहे है।
दरसल नार्थ बंगाल वाइल्ड एनिमल्स पार्क यानि बंगाल सफारी शेरा, शिवा, तेजल और तारा थोड़े बड़े हो गए है और आपस में जमकर एक दूसरे से खेलते है, इनको खेलते हुए देखन यहाँ आने वाले पर्यटकों को एक अलग ही एहसास करता है। आपको बता दें कि बंगाल सफारी पार्क में बाघिन शीला के एक साथ जन्मे पांच शावकों को जन्म दिया था, जिसमें से जीवित बचे चार शावकों का नामकरण किया गया है। इनमें दो नर का नाम शेरा व शिवा एवं दो मादा शावकों का नाम तेजल व तारा रखा गया है।
बाघिन शीला ने बीते 10 मार्च 2022 को एक साथ पांच शावकों को जन्म दिया था। उनमें बाद में एक की मौत हो गई। वहीं, बाकी बचे चार पूरी तरह स्वस्थ हैं और खूब मस्ती करते हुए दिखी देते है
उल्लेखनीय है कि सिलीगुड़ी शहर से आठ-10 किलोमीटर दूर स्थित उत्तर बंगाल वन्य प्राणी उद्यान (बंगाल सफारी) वन विभाग के बैकुंठपुर डिवीजन अंतर्गत महानंदा वन्यप्राण अभ्यारण्य के 297 हेक्टेयर भूभाग में फैला हुआ है। इस पार्क में वर्तमान में मिक्स्ड हर्बिवोर सफारी (91 हेक्टेयर), टाइगर सफारी (20 हेक्टेयर) व एशियाई ब्लैक बियर सफारी (20 हेक्टेयर), कुल तीन सफारी एवं चिड़ियाघर भाग है। आगंतुकों को विशेष रूप से डिजाइन किए गए वाहनों में इन सफारी में ले जाया जाता है। जहा वे काफी संख्या में हिरण, बंदर, तरह-तरह के पक्षी, रॉयल बंगाल टाइगर, तेंदुआ, एशियाई भालू, गैंडा, हाथी, घड़ियाल आदि वन्य प्राणियों के दर्शन का आनंद उठाते हैं। यह पार्क काफी लोकप्रिय हो चुका है।
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