सरकारी अस्पताल का हाल : मरीज का प्लास्टर काटने से किया इंकार, तब खुद ही प्लास्टर काटने घर निकल पड़ा मरीज
जलपाईगुड़ी। भले ही बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सरकारी अस्पतालों को सुधारने के लिए लाखों-करोड़ों का फंड जारी कर स्वस्थ सेवाओं को दुरुस्त करने में लगी है, लेकिन डॉक्टर व अन्य स्टाफ के रवैये में काेई बदलाव नहीं आ रहा है। ऐसा ही स्वास्थ्य विभाग को शर्मसार कर देने वाला मामला जलपाईगुड़ी के सरकारी अस्पताल में आया है, जो सरकारी अस्पतालों में भ्रटाचार की कहानी को बयां कर रहा है।
दरअसल जलपाईगुड़ी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के बाहर एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। एक तरफ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने की बात करती हैं, वहीं जलपाईगुड़ी में स्थिति इसके उलट है। आरोप है कि जब एक व्यक्ति अपने हाथ का प्लास्टर काटने के लिए जलपाईगुड़ी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल पहुंचा, तो उसे बाहर जाकर प्लास्टर काटने को कहा गया। बाहर जाने पर प्लास्टर काटने के लिए मरीज से 150 रुपए मांगे गए। यह सुनते ही मरीज भड़क उठा और पैसे देने से इंकार करते हुए खुद ही प्लास्टर काटने के लिए अपने घर के लिए निकल पड़ा।
जलपाईगुड़ी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल से सटे टीबी अस्पताल के पास के इलाके में रहने वाले और प्रत्यक्षदर्शी बापी प्रधान ने जब यह देखा तो वो स्तब्ध रह गए। दूसरी ओर इस घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है । हालांकि इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं हो पाई है। बताते चले जलपाईगुड़ी सदर अस्पताल में एक्सरे मशीन व डायलिसिस मशीन खराब होने की खबर मीडिया में आते ही प्रशासन हरकत में आ गया। एक ही दिन में सारी मशीनें ठीक हो गईं और मरीजों को सेवाएं मिलने लगीं। लेकिन इस मरीज की कहानी सुनकर लोग हैरान हैं। अस्पताल की सेवाओं पर सवाल उठने लगे हैं।
जलपाईगुड़ी गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट कम वाइस प्रिंसिपल (MSVP) ने घटना की खबर सुनने के बाद इस घटना को स्वास्थ्य अधिकारियों के नजर में लाने के लिए पत्रकार को धन्यवाद दिया। साथ ही कहा कि वह इस मामले की जांच करवाएंग।
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