सिलीगुड़ी। सिलीगुड़ी कंचनजंगा स्टेडियम पूर्वोत्तर भारत के सबसे बड़े खेल मैदानों में से एक है। लेकिन वर्तमान में कंचनजंगा स्टेडियम जर्जर स्थिति से जूझ रहा है। कोरोना के चलते दो साल से स्टेडियम का रख-रखाव ठीक तरह नहीं किया गया है। आरोप है कि स्टेडियम कई जगहों में जर्जर हो चुका है, लेकिन इसके बावजूद भी किसी ने स्टेडियम पर ध्यान नहीं दिया। स्टेडियम गैलरी, ड्रेसिंग रूम सहित अन्य रूम की हालत ठीक नहीं है।
मूल रूप से कंचनजंगा स्टेडियम को शुरू में स्टेडियम समिति द्वारा प्रबंधित किया गया था और वे रखरखाव के प्रभारी भी थे, लेकिन 16 अगस्त 2021 को राज्य सरकार ने स्टेडियम की जिम्मेदारी संभाली और सिलीगुड़ी नगर निगम को स्टेडियम के रखरखाव की जिम्मेदारी दी गई।
महाकमा क्रिया परिषद के सचिव कुंतल गोस्वामी ने कहा कि 16 अगस्त 2021 को राज्य सरकार ने स्टेडियम की जिम्मेदारी संभाली और सिलीगुड़ी नगर निगम को स्टेडियम के रखरखाव की जिम्मेदारी दी गई। इसके बावजूद भी स्टेडियम की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। इस स्टेडियम में अब तक 11 रणजी ट्रॉफी मैच हो चुके हैं। लेकिन फिलहाल यहां कोई बड़ा टूर्नामेंट नहीं हुआ है।
खेल परिषद के सचिव कुंतल गोस्वामी ने कहा कि वर्तमान में कंचनजंगा स्टेडियम में सिलीगुड़ी के आसपास स्थानीय खेलों का आयोजन संभव है, लेकिन राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय मैच आयोजित करना संभव नहीं है, क्योंकि इसके लिए बेहतर गुणवत्ता वाले स्टेडियम की जरूरत होती है।
इस संबंध में डिप्टी मेयर रंजन सरकार ने कहा कि बहुत जल्द हम कंचनजंगा स्टेडियम को नए अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम के रूप में देखेंगे, इसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
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