सिलीगुड़ी। पूरे राज्य के साथ-साथ सिलीगुड़ी में भी शुक्रवार को लोकनाथ पूजा का आयोजन किया गया। शहर के डागापुर स्थित लोकनाथ मंदिर में आज बाबा लोकनाथ की 132वीं पुण्यतिथि के अवसर पर विशेष पूजा अर्चना की गई । लोकनाथ मंदिर में बाबा लोकनाथ के 132वें तिरोधान दिवस पर भक्तों को काफी भीड़ देखी गई इस ख़ास मौके पर काफी संख्या में भक्त जन आज सुबह से मंदिर में जमा हो रहे हैं।
बाबा लोकनाथ के लोगों में काफी श्रद्धा है। बाबा के भक्त बताते हैं कि सनातन धर्म, वैदिक ज्ञान से परिपूर्ण बाबा लोकनाथ हठयोगी थे। उन्होंने तीन बार इस्लाम के पवित्र तीर्थ स्थान मक्का की यात्रा की। वे पíसया मौजूदा ईरान, इजरायल के पवित्र स्थल येरूशेलम भी गए। भक्तों का दावा है कि उन्होंने पैदल उत्तरी धु्रव तक यात्रा की। उनके अनुयायियों में हिंदू और मुसलमान दोनों हैं। समाधि लेकर मुक्त हुए
बाबा 136 साल की उम्र में वे ढाका पहुंचे जहा धनी परिवार ने उनका आश्रम तैयार किया। वहा वे भगवा कपड़े और जनेउ धारण कर आसन की मुद्रा में बैठते थे। अगले 24 साल उन्होंने अपने भक्तों पर कृपा की। तरह तरह के चमत्कारों से उनकी समस्याएं दूरी की। उनके भक्तों के मुताबिक बाबा को किसी ने कभी पलक झपकते नहीं देखा था। 160 साल की उम्र में भी समाधि लेते समय गोमुख आसन पर बैठे बाबा की पलकें खुली हुई थीं। उन्होंने शरीर छोड़ दिया था।
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