सिलीगुड़ी। भारत छोड़ो’ आंदोलन में भाग लेकर देश के स्वतंत्रता संग्राम को मजबूती देने वाले सभी सेनानियों को मंगलवार को याद किया गया। ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन की 80वीं वर्षगांठ पर सिलीगुड़ी नगर निगम की और से शहीदों को श्रद्धांजलि दी गयी।
आज शहीद वेदी पर मेयर गौतम देव, डिप्टी मेयर रंजन सरकार,कमिश्नर सोनम वांगदी भूटिया, बोरो चेयरमैन जयंत साहा सहित अन्य पार्षदों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। शामिल हुए।
भारत छोड़ो आंदोलन के सम्बन्ध में मेयर गौतम देव ने कहा कि यह आंदोलन ब्रिटिश शासन से आजादी के लिए भारत के संघर्ष के इतिहास में मील का पत्थर है। इस मौके पर स्वतंत्रता संग्राम में अपनी जान गंवाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों तथा अन्य लोगों को पुष्पांजलि अर्पित की गयी। उन्होंने ने बताया कि ‘भारत छोड़ो आन्दोलन’ या ‘अगस्त क्रान्ति’ भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन की सबसे बड़ी लड़ाई थी, जिसने ब्रिटिश शासन की नींव को हिलाकर रख दिया था। ब्रिटिश शासन के खिलाफ इस निर्णायक आंदोलन की शुरुआत आज ही के दिन 1942 में हुई थी। महात्मा गांधी ने आठ अगस्त को कांग्रेस के बंबई अधिवेशन में ‘करो या मरो’ के नारे के साथ ‘अंग्रेजो, भारत छोड़ो’ का आह्वान किया था। मुंबई के गोवालिया टैंक से ‘अंग्रेजों, भारत छोड़ो’ आंदोलन शुरू किया था। बाद में इस ऐतिहासिक घटना से संबंध होने के कारण इस मैदान का नाम बदलकर अगस्त क्रांति मैदान कर दिया गया। इसके बाद अंग्रेजों ने इस आंदोलन में भाग लेने वाले कई नेताओं व आंदोलनकारियों को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन लोग इससे जुड़ते चले गए, जो अंतत देश की आजादी तक जारी रहा।
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