Headlines

सुवेंदु अधिकारी के काफिले पर हमला, वाहन क्षतिग्रस्तHrithik Roshan : ऋतिक रोशन ने इसके लिए दोबारा इंस्टॉल किया इंस्टाग्राम, बताया ‘अब तक का सबसे बेहतरीन शो’Bihar Traffic Rules : बिहार में ट्रैफिक रूल्स पर सख्ती: ये डॉक्यूमेंट साथ न हों तो फंस सकते हैं भारी जुर्माने मेंसुवेंदु अधिकारी के काफिले पर हमला, वाहन क्षतिग्रस्तHrithik Roshan : ऋतिक रोशन ने इसके लिए दोबारा इंस्टॉल किया इंस्टाग्राम, बताया ‘अब तक का सबसे बेहतरीन शो’Bihar Traffic Rules : बिहार में ट्रैफिक रूल्स पर सख्ती: ये डॉक्यूमेंट साथ न हों तो फंस सकते हैं भारी जुर्माने में
Home » धर्म » सुहागनों का पर्व:हरतालिका तीज सोमवार को, प्रदोष काल में होती है पूजा, सबसे पहले देवी पार्वती ने शिवजी के लिए किया था ये व्रत, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और मंत्र

सुहागनों का पर्व:हरतालिका तीज सोमवार को, प्रदोष काल में होती है पूजा, सबसे पहले देवी पार्वती ने शिवजी के लिए किया था ये व्रत, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और मंत्र

हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सुहागिन महिलाओं के लिए हरतालिका तीज बहुत ही खास होता है। ये व्रत 30 अगस्त को रखा जाएगा। तीज को महिलाएं दिनभर बिना कुछ खाए-पीए रहती है और शाम को नहाकर, नए कपड़े पहनने के. . .

हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सुहागिन महिलाओं के लिए हरतालिका तीज बहुत ही खास होता है। ये व्रत 30 अगस्त को रखा जाएगा। तीज को महिलाएं दिनभर बिना कुछ खाए-पीए रहती है और शाम को नहाकर, नए कपड़े पहनने के बाद पूजा करती है। इस पूजा में भगवान शिव-पार्वती, गणेश, कार्तिकेय और नंदी होते हैं। ग्रंथों के मुताबिक इस व्रत में शिव परिवार की पूजा से सौभाग्य और सुख-समृद्धि मिलती है।
पार्वती जी से जुड़ा व्रत
मान्यता है कि देवी पार्वती ने इस व्रत की शुरुआत की थी। उन्होंने शिवजी को पति रुप में पाने के लिए गुफा में बिना कुछ खाए-पिए तपस्या की थी। इसलिए सुहागनें भी इस दिन बिना पानी का व्रत रखती हैं और सुहाग की चीजें देवी पार्वती को चढ़ाती हैं। ये ही वजह है कि हरतालिका तीज व्रत बहुत कठिन माना जाता है और इसलिए महिलाओं को सौभाग्य मिलने की मान्यता है।
सुहाग की सामग्री
मां पार्वती ने सुहाग के तौर पर शिव जी को पाने के लिए यह व्रत किया था इसलिए हरतालिका तीज में सुहाग की चीजों का विशेष महत्व है। इसमें कुमकुम, मेहंदी, बिंदी, सिंदूर, बिछिया, काजल, चूड़ी, कंघी, महावर आदि को विशेष रूप से शामिल करें।
पूजन सामग्री
तीज की पूजा में महिलाओं को पूजा सामग्री का खासतौर से ध्यान रखना चाहिए। सूखा नारियल, कलश, बेलपत्र, शमी का पत्ता, केले का पत्ता, धतूरे का फल, घी, शहद, गुलाल, चंदन, मंजरी, कलावा, इत्र, पांच फल, सुपारी, अक्षत, धूप, दीप, आक का फूल, कपूर, कुमकुम, गंगाजल, गणेश जी को अर्पित करने के लिए दूर्वा, जनेऊ भी पूजन सामग्री में रखें।
हरतालिका तीज 2022 शुभ मुहूर्त
शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि प्रारंभ- 29 अगस्त, सोमवार को दोपहर 03 बजकर 20 मिनट से शुरू
शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि समाप्त- 30 अगस्त, मंगलवार को दोपहर 03 बजकर 33 मिनट तक
हरतालिका तीज पूजा का शुभ मुहूर्त
सुबह के समय हरतालिका पूजन मुहूर्त- सुबह 06 बजकर 12 मिनट से 08 बजकर 42 मिनट तक
प्रदोष काल हरतालिका पूजन मुहूर्त- सुबह 6 बजकर 42 मिनट से दोपहर 03 बजकर 33 मिनट तक
व्रत पूजा विधि
– हरतालिका पूजन के लिए भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश की बालू रेत व काली मिट्टी की प्रतिमा हाथों से बनाएं।
– तीज व्रत प्रदोष काल में किया जाता है। सूर्यास्त के बाद के तीन मुहूर्त को प्रदोष काल कहा जाता है।
– पूजा स्थल को फूलों के फुलेरे से सजाकर एक चौकी रखें और उस चौकी पर केले के पत्ते रखकर भगवान शंकर, माता पार्वती और भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करें।
– इसके बाद देवताओं का आह्वान कर शिव जी, माता पार्वती और भगवान गणेश का षोडशोपचार पूजन करें।
– सुहाग की चीजें माता पार्वती को और शिव जी को वस्त्र चढ़ाएं। बाद में इसे सुयोग्य को दान देना चाहिए।
– पूजन के बाद कथा सुनें और रात्रि जागरण करें। आरती के बाद सुबह माता पार्वती को सिंदूर चढ़ाएं व ऋतु फल-मिष्ठान आदि का भोग लगाकर व्रत खोलें।
कथा सार
पार्वती जी का विवाह उनके माता-पिता ने अन्यत्र करने का विचार किया लेकिन पार्वती जी भगवान शिव को अपना सर्वस्व मान चुकी थीं और पार्वती जी के मन की बात जानकर उनकी सखियां उन्हें लेकर घने जंगल में चली गईं, जहां उन्होंने शिव जी को पाने के लिए तप किया था। इस तरह सखियों द्वारा उनका हरण कर लेने की वजह से इस व्रत का नाम हरतालिका व्रत पड़ा।
हरतालिका तीज पर करें इन मंत्रों का जाप
पति की लंबी के लिए-
नमस्त्यै शिवायै शर्वाण्यै सौभाग्यं संतति शुभा।
प्रयच्छ भक्तियुक्तानां नारीणां हरवल्लभे।
मनचाहे वर के लिए-
हे गौरी शंकर अर्धांगिनी यथा त्वं शंकर प्रिया।
तथा माम कुरु कल्याणी कांतकांता सुदुर्लाभाम्।।

Trending Now

सुहागनों का पर्व:हरतालिका तीज सोमवार को, प्रदोष काल में होती है पूजा, सबसे पहले देवी पार्वती ने शिवजी के लिए किया था ये व्रत, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और मंत्र में पॉपुलर

पॉपुलर न्यूज़

एक्सक्लूसिव न्यूज़