नई दिल्ली। भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के हाथों से बीसीसीआई अध्यक्ष का पद निकलने वाला है। सिर्फ बीसीसीआई ही नहीं बल्कि उनके आईसीसी के चेयरमैन बनने की उम्मीदें भी खत्म हो गई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पूर्व खिलाड़ी रोजर बिन्नी नए बीसीसीआई अध्यक्ष बनने वाले हैं और सौरव गांगुली का पत्ता कटना तय है। गांगुली को अब बीसीसीआई का साथ नहीं मिलने वाला है जिससे उनका आईसीसी चेयरमैन बनना भी संभव नहीं होगा।
गांगुली का साथ नहीं देगा बीसीसीआई
खबरों की मानें तो गांगुली को आईपीएल चेयरमैन का पद दिया गया था। हालांकि गांगुली ने यह कहकर मना किया कि वह या तो आईसीसी चेयरमैन बनना चाहते हैं या फिर बीसीसीआई के अध्यक्ष पद पर बने रहने चाहते हैं। हालांकि गांगुली की दोनों ही इच्छा पूरी नहीं हुई। बीसीसीआई ने साफ कर दिया है कि अगर गांगुली आईसीसी चेयरमैन बनने की दौड़ शामिल होते भी हैं तो भी वह उनका साथ नहीं देंगे। अब गांगुली के हाथ से अब आईपीएल चेयरमैन का पद भी चला गया है।
सभी पदों के लिए हो चुका है नामांकन
सौरव गांगुली की जगह अब रोजर बिन्नी यह जिम्मेदारी संभालेंगे। वहीं सचिव का पद जय शाह के पास ही बना रहेगा। आशीष सेहकर ट्रेजरर (कोषाध्यक्ष) और देवजीत साइकिया सह-सचिव का पद संभालेंगे। इन सभी पदों के लिए केवल इन्ही लोगों ने नॉमिनेशन भरा था जिसके बाद अब केवल औपचराकिता ही बची है। मौजूदा समय के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल आईपीएल चेयरमैन की जिम्मेदारी संभालते नजर आएंगे।
रोजर बिन्नी लेंगे गांगुली की जगह
बीसीसीआई अध्यक्ष के लिए रोजर बिन्नी के नाम के संकेत हालांकि उस समय मिले थे जब कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) ने बीसीसीआई एजीएम के लिए सचिव संतोष मेनन की जगह उन्हें अपना प्रतिनिधि बनाया था। बिन्नी केएससीए अध्यक्ष हैं और उन्हें राज्य संस्था में अपना पद छोड़ना होगा। मध्यम गति के गेंदबाज रहे बिन्नी ने 1983 के विश्व कप में भारत को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने तब आठ मैचों में 18 विकेट लिए थे जो उस टूर्नामेंट का रिकॉर्ड था. बिन्नी अतीत में संदीप पाटिल की अध्यक्षता वाली सीनियर चयन समिति के सदस्य रह चुके हैं। जब भी भारतीय टीम में चयन के लिए उनके बेटे स्टुअर्ट बिन्नी के नाम पर चर्चा होती थी तो वह खुद को इससे अलग कर लेते थे।