सिलीगुड़ी। करीब तीन महीने तक बंद रहने के बाद एक बार फिर से पहाड़ की वादियों में टॉय ट्रेन का सफर शुरू हो गया है। सोमवार को टॉय ट्रेन एक बार फिर सिलीगुड़ी से दार्जिलिंग तक का सफर शुरू किया। इसके साथ ही अब पर्यटक एनजेपी स्टेशन से दार्जिलिंग के लिए सीधी टॉय ट्रेन से यात्रा कर सकेंगे।
लंबे समय से यह परिसेवा बंद थी। इसका असर उत्तर बंगाल के पर्यटन उद्योग पर साफ़ दिख रहा था । कोरोना महामारी के कारण लम्बे समय तक बंद रहने के बाद एक बार फिर से पहाड़ की हसीन वादियों ने टॉय ट्रेन की गूंज सनाई देने लगी है। टॉय ट्रेन के शुरू होने से उत्तर बंगाल के पर्यटन उद्योग फिर से पटरी पर लौटना शुरू कर दिया है।
बताते चले दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे द्वारा संचालित टॉय ट्रेन में यात्रा करना हमेशा पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बिंदु रहा है। गौरतलब है पिछले साल अक्टूबर में मूसलाधार बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 55 पर कर्सियांग में महानंदा नदी के पास भूस्खलन हुआ, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रेन लाइन क्षतिग्रस्त हो गई। इसके फलस्वरूप पर्यटक टॉय ट्रेन से सीधे सिलीगुड़ी से दार्जिलिंग की यात्रा करने से वंचित होते रहे। महानदी नदी पर सड़क की मरम्मत के बाद ट्रॉय ट्रेन लाइन की मरम्मत की गई और एनजेपी से सीधे दार्जिलिंग के लिए ट्रेन सेवा शुरू हुई। डीएचआर सूत्रों के मुताबिक अब तक पर्यटकों को बस से कर्सियांग रेलवे स्टेशन ले जाया जाता था। वहां से पर्यटक टॉय ट्रेन से दार्जिलिंग जा सकते थे। पर अब दार्जिलिंग के लिए सीधी टॉय ट्रेन सेवा शुरू होने से उत्तर बंगाल के टूर ऑपरेटर खुश हैं।