नई दिल्ली। बांग्लादेश भयानक हिंसा के मुहाने पर खड़ा है। आज पूर्व पीएम शेख हसीना को उनके अपराधों के लिए इंटरनेशनल क्राइम ट्रिब्यूनल सजा सुनाएगी। इस फैसले को ढाका में बड़े स्क्रीन पर लाइव दिखाया जाएगा। इसके अलावा इसे फेसबुक पर भी देखा जा सकेगा। इससे पहले बांग्लादेश में जबर्दस्त टेंशन है। मोहम्मद यूनुस की सरकार ने इस दौरान हिंसा, आगजनी करने वालों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया है। दरअसल, बांग्लादेश हिंसा को अभी 1 साल ही पूरे हुए थे, कि देश की राजधानी ढाका में एक बार फिर अफरा-तफरी मच गई है। कई जगहों पर बम विस्फोट के बाद लोग दहशत में हैं। ढाका में हिंसक प्रदर्शन लगातार तूल पकड़ रहा है। अब आलम यह है कि पुलिस ने हिंसक प्रदर्शनकारियों को देखते ही गोली मारने का आदेश जारी कर दिया है।
पूरे बांग्लादेश में हाई अलर्ट
पुलिस नेढाका में कई जगहों पर बम धमाके की पुष्टि की है। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना पर लगे आरोपों पर आज अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण का फैसला आना है। इससे पहले देश में हिंसा देखने को मिल रही है। ढाका में हुए बम धमाकों में अभी तक किसी भी जानमाल की हानि की खबर सामने नहीं आई है, लेकिन एक के बाद एक कई धमाकों ने ढाका को झकझोर कर रख दिया है। पूरे बांग्लादेश में हाई अलर्ट जारी किया गया है।
शेख हसीना पर लगे आरोप
पूर्व पीएम शेख हसीना पर पिछले साल हुई हिंसा के दौरान मानवता के खिलाफ कदम उठाने का आरोप है। उनपर आरोप लगाए गए हैं कि बतौर पीएम हिंसा पर काबू पाने के लिए उन्होंने प्रदर्शन करने वाले छात्रों के खिलाफ एक्शन लेने का आदेश दिया था। हालांकि, शेख हसीना ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। इस मामले पर आईसीटी में बहस चल रही थी, जिस पर कोर्ट आज फैसला सुनाने वाला है।
शेख हसीना ने जारी किया मैसेज
अदालत के फैसले से पहले शेख हसीना ने आडियो मैसेज जारी करते हुए लोगों से आंदोलन और तेज करने की अपील की है। वहीं, शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग के समर्थकों ने बांग्लादेश में पूर्ण बंद की घोषणा कर दी है। देश में हिंसा भड़कने के डर से बांग्लादेश हाई अलर्ट पर है।
हिंसक विरोध की चेतावनी
बांग्लादेश में शेख हसीना की पार्टी को प्रतिबंधित कर दिया गया है और उनकी पार्टी चुनाव नहीं लड़ सकती है। वहीं 78 वर्षीय शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद ने कहा कि अगर उनकी पार्टी पर प्रतिबंध नहीं हटाया गया, तो उनकी पार्टी अवामी लीग के समर्थक फरवरी में होने वाले राष्ट्रीय चुनाव में बाधा डालेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि विरोध प्रदर्शन हिंसा में बदल सकता है।