नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो चुका है। पहले दिन हंगामे के बीच बीचा। लोकसभा की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी थी। आज भी संसद के दोनों सदनों में हंगामे के आसार हैं। दरअसल केंद्र सरकार द्वारा सभी नए मोबाइल हैंडसेट्स में संचार साथी ऐप को अनिवार्य करने के आदेश ने देश की राजनीति में नया तूफान खड़ा कर दिया है। विपक्ष ने इसे नागरिकों की निजता पर हमला बताते हुए कदम को असंवैधानिक करार दिया है। कई विपक्षी नेताओं ने तो इस सरकारी ऐप की तुलना इजरायल के कुख्यात स्पाईवेयर पेगासस से भी कर डाली है। उनका आरोप है कि सरकार इस ऐप के माध्यम से नागरिकों की हर गतिविधि पर नजर रखने की तैयारी कर रही है।
सिंधिया बोले- एप रखना ऑप्शनल
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने संचार साथी एप को लेकर सरकार का पक्ष रखा हैं। उन्होंने कहा कि अगर आप संचार साथी नहीं चाहते हैं, तो आप इसे डिलीट कर सकते हैं। यह ऑप्शनल है। यह हमारा फर्ज है कि हम इस एप को सभी को बताएं। इसे अपने डिवाइस में रखना है या नहीं, यह यूजर पर निर्भर करता है।
राहुल बोले- संसद में दूंगा जवाब
संचार साथी एप पर सवाल पूछे जाने पर राहुल गांधी ने जवाब देने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि मैं इस पर संसद की डिबेट में बोलूंगा, यहां जवाब नहीं दूंग
रिजिजू बोले- विपक्ष से करेंगे बात
किरेन रिजिजू ने कहा, ‘विपक्ष को मुद्दे ढूंढ-ढूंढकर लाने की जरूरत नहीं है। संसद में मुद्दे तय किए गए हैं, कई ऐसे भी हैं जो विपक्ष ने उठाए हैं। नए-नए मुद्दे ढूंढकर संसद को डिस्टर्ब करने के लिए बहाना बनाने की जरूरत नहीं है। मैं आज विपक्ष के प्रमुख नेताओं से बात करूंगा। मैं उनके टच में हूं।’
विपक्ष का प्रदर्शन शुरू
संसद परिसर में मकर द्वार के सामने विपक्ष का प्रदर्शन शुरू हो गया है। विपक्षी नेता हाथों में एसआईआर के विरोध वाले पोस्टर-बैनर लेकर नारेबाजी कर रहे हैं।