उत्तर प्रदेश। पीड़िता के पिता अचानक तबीयत बिगड़ गई तो स्वास्थ्य विभाग की एक टीम पीड़िता के घर भेजी गई। डॉक्टरों ने पीड़िता के पिता का चेकअप किया। डॉक्टरों ने जांच में उनका ब्लड प्रेशर सामान्य से अधिक पाया। जिसके उन्हें दवा दी गई। इसके बाद
बिटिया के गांव सबसे पहले समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधि मंडल पहुंचा। इसमें राष्ट्रीय महासचिव रामजीलाल सुमन, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव, अक्षय यादव, अतुल प्रधान आदि शामिल थे। इन्होंने बिटिया के पिता व मां से अलग-अलग बातचीत की। इस दौरान परिवार ने एक ही बात कही कि वे न तो नार्को टेस्ट पर वश्विास करते हैं और न सीबीआई जांच पर, क्योंकि दोनों सरकार की एजेंसियां हैं। जैसे हमारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से लेकर दुष्कर्म की रिपोर्ट में छेड़छाड़ हुई है, उसी तरह इनमें भी हो सकती है।
इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के किसी जज की अगुवाई में गठित आयोग से जांच कराई जाए। वहीं परिवार ने सुरक्षा, धमकियां मिलने, प्रशासन द्वारा किए गए व्यवहार आदि पर बात रखी। सपा प्रतिनिधि मंडल ने इस दौरान कहा कि वे परिवार के साथ हैं और परिवार की आवाज को प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर बुलंद करेंगे। साथ में हर कदम साथ निभाने का वायदा किया।
सपा के बाद राष्ट्रीय लोकदल नेता जयंत चौधरी, पूर्व विधायक प्रताप चौधरी, जयंत चौधरी प्रवक्ता सुनील रोहटा, सागर मालती, सुलेखा चौधरी आदि पहुंचे। इन नेताओं ने भी पिता, मां व भाइयों से अलग-अलग बात की और संवेदना व्यक्त करते हुए परिवार के साथ खड़े होने का वादा करते हुए उनकी समस्या पूछी।
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