मुंबई। पुणे में डीआरडीओ के साइंटिस्ट को पाकिस्तानी एजेंट को खुफिया जानकारी देने के आरोप में आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने गिरफ्तार किया है। एटीएस के अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि साइंटिस्ट प्रदीप कुरूलकर व्हाट्सएप, वॉयस मैसेज और वीडियो कॉल के जरिए पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव के एजेंट के कांटेक्ट में था।
दावा किया जा रहा है कि यह हनीट्रैप का मामला है। सोशल मीडिया पर महिलाओं की तस्वीरों से पाकिस्तान के एजेंट ने उसे फंसाया। वह पिछले साल सितंबर-अक्टूबर से पाकिस्तानी एजेंट के कांटेक्ट में था।
एटीएस ने कहा- पोजिशन का गलत इस्तेमाल किया
एटीएस ने कहा कि साइंटिस्ट ने अपनी पोजिशन का गलत इस्तेमाल किया। यह जानते हुए कि अगर दुश्मन देश को हमारे देश की जानकारी हाथ लगी तो यह सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है। इसके बावजूद उन्होंने ऐसा किया। कुरूलकर के खिलाफ बुधवार को IPC की धारा 1923, 1923 और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
साइंटिस्ट ने कई बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम किया
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुरूलकर ने मिसाइलों सहित डीआरडीओ के कई प्रोजेक्ट्स पर काम किया है। उनकी प्रोफाइल टीम लीडर एंड लीड डिजाइनर की है। मिसाइल लॉन्चर्स समेत कई उपकरणों के सफल डिजाइन और डेवलपमेंट में उनकी भूमिका है। इसके अलावा कुरूलकर ने MRSAM, निर्भय सबसोनिक क्रूज मिसाइल, QRSAM, XRSAM जैसे कई सिस्टम का डिजाइन और डेवलपमेंट किया है।