मालदा। बदमाशों के खिलाफ बटाईदार की पांच बीघा जमीन में जहर देकर धान की फसल नष्ट करने का आरोप लगा है। यह घटना मानिकचक थाने के इनायतपुर ग्राम पंचायत के मीरा गांव में मंगलवार देर रात हुई। बटाईदार बुधवार की सुबह जमीन पर काम करने आया और धान के मरे हुए पौधों को देखकर फूट-फूट कर रोने लगा। इसके बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। पूरे मामले को लेकर बटाईदार खोका शेख ने मानिकचक थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। लेकिन किसान यह स्पष्ट नहीं बता सका कि अचानक जहर किसने डाला और पांच बीघा जमीन के धान के पौधों को नष्ट कर दिया। पुलिस ने पूरे घटनाक्रम की जांच शुरू कर दी है।
खोका शेख ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि वह कभी विदेश में दिहाड़ी मजदूर का काम करता था, मगर अभी गांव में अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए खेती कर रहा हैं। इस साल उन्होंने मुनाफे की उम्मीद में जमीन को ऊंचे दाम पर पट्टे पर लेकर धान की खेती की। खोका शेख ने आठ बीघा जमीन 27 हजार रुपये में दो साल के लिए लीज पर ली थी। खोका की पांच बेटियां और एक बेटा है। परिवार का इकलौता बड़ा बेटा शादी के बाद पत्नी के साथ अलग रहता है। उन्हें अपनी पत्नी और पांच बेटियों के साथ परिवार की देखभाल करनी है। उन्होंने अपनी पत्नी और बेटियों की मदद से धान की खेती की। उसे उम्मीद थी कि कुछ दिनों बाद नवान्न उत्सव होगा, फिर घर नए चावल से भर जाएगा। मंगलवार की दोपहर वह जमीन देखकर घर लौटा। तब सब ठीक था, लेकिन रात के अंधेरे में किसी ने उसकी आठ बीघा जमीन में से करीब पांच बीघा में जहर घोल दिया। इससे धान के पौधे पीले पड़ गए हैं। खेती की लागत 50 हजार रुपए है। मैं साहूकार के पैसे से धान की खेती कर रहा था। मुझे एक लाख रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है। समझ में नहीं आ रहा है कि कर्ज कैसे चुकाऊं। सरकारी मदद नहीं मिली तो परिवार सहित सड़क पर बैठना पड़ेगा है
। माणिकचक थाने की पुलिस ने कहा कि इस घटना के पीछे का कोई कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है. हालांकि पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
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