Universe TV
हर खबर पर पैनी नजर

पाकिस्तान के पेशावर की मस्जिद में बम विस्फोट से अब तक 90 लोगों की मौत, टीटीपी ने ली जिम्मेदारी

- Sponsored -

- Sponsored -


इस्लामाबाद। पाकिस्तान में पश्चिमोत्तर खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के पेशावर स्थित एक मस्जिद में सोमवार को हुए बम धमाके में कम से कम 90 लोगों की मौत हो गई और करीब 157 लोग घायल हो गए। प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने विस्फोट की जिम्मेदारी ली है।
प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए पीएमएल-एन कार्यकर्ताओं से विस्फोट में घायल हुए लोगों के लिए रक्तदान करने का आह्वान किया, विशेषकर ओ नकारात्मक रक्त समूह वाले लोगों के लिए। उन्होंने लोगों से बिना किसी देरी के लेडी रीडिंग अस्पताल (एलआरएच) तक पहुंचने और कीमती जीवन को बचाने में भूमिका निभाने का भी आग्रह किया। शहबाज बाद में घायलों के बारे में पूछताछ करने के लिए एलआरएच गए। उन्होंने विभिन्न वाडरं का दौरा किया और अस्पताल प्रशासन को घायलों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
शहबाज ने इसके बाद ट्विटर पर कहा, ‘अभी-अभी पेशावर से लौटा हूं। मानव त्रासदी का विशाल पैमाना अकल्पनीय है। यह पाकिस्तान पर किसी हमले से कम नहीं है। राष्ट्र गहरे शोक में है। मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि आतंकवाद हमारी सबसे बड़ी राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौती है। हालांकि पीड़ित परिवारों के दर्द को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है, मैं अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं।
गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि विस्फोट की सभी पहलुओं से जांच की जाएगी और केंद्र की ओर से प्रांतीय सरकार को पूरा सहयोग देने के प्रति आश्वस्त किया। पेशावर के आयुक्त रियाज महसूद ने हताहतों की पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस लाइंस इलाके में स्थित मस्जिद के अंदर बचाव अभियान जारी है। कई लोग मलबे में दबे हुए हैं। उन्होंने बताया कि पूरे शहर के अस्पतालों में आपात स्थिति लागू कर दी गई है और घायलों को पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।
पाकिस्तान के समाचारपत्र डॉन ने एलआरएच के प्रवक्ता मोहम्मद असीम के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया कि कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है। कैपिटल सिटी पुलिस ऑफिसर (सीसीपीओ) मुहम्मद इजाज खान ने मीडिया को बताया कि विस्फोट के बाद मस्जिद की छत ढह गई। कई जवान अब भी मलबे में दबे हुए हैं और बचावकर्मी उन्हें बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मस्जिद का मुख्य हॉल जिसकी क्षमता 250 से 300 लोगों की थी, गिर गया था, लेकिन बाकी इमारत अभी भी बरकरार है।
उन्होंने कहा कि विस्फोट के वक्त इलाके में 300 से 400 पुलिसकर्मी मौजूद थे। यह स्पष्ट है कि सुरक्षा में चूक हुई है। उन्होंने कहा कि शवों और घायलों को एलआरएच ले जाया गया है। प्रांतीय गवर्नर हाजी गुलाम अली ने विस्फोट की निंदा की और पेशावर के लोगों से घायलों के लिए रक्तदान करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह पुलिस के लिए बहुत बड़ा उपकार होगा।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक विस्फोट दोपहर करीब एक बजकर 40 मिनट पर उस समय हुआ जब ज़ुहर की नमाज़ अदा की जा रही थी। पुलिस, सेना और बम निरोधक दस्ते के कर्मी मस्जिद के अंदर मौजूद थे। विस्फोट से इमारत का एक हिस्सा ढह गया था।


- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

Comments are closed.