कांतारा फिल्म के लीड एक्टर ऋषभ शेट्टी की इन दिनों खूब चर्चा हो रही है। होनी भी चाहिए आखिर ऋषभ शेट्टी की फिल्म बॉक्स ऑफिस पर नई क्रांति लेकर आई है। लिमिटेड स्क्रीन्स पर रिलीज होने के बावजूद भी कांतारा ने दर्शकों पर जादू कर दिया है। ऋषभ शेट्टी की एक्टिंग और दमकार किरदार को फिल्म में काफी पसंद किया जा रहा है।
कौन हैं कांतारा के एक्टर ऋषभ शेट्टी?
ऋषभ शेट्टी को कांतारा में देखकर दर्शकों का दिल खुशी से बाग-बाग हो गया. लेकिन आखिर ऋषभ शेट्टी हैं कौन? आइए हम आपको एक्टर के बारे में कुछ दिलचस्प बातें बताते हैं। कांतारा में अपना कमाल दिखाने वाले ऋषभ शेट्टी पैन इंडिया स्टार बन चुके हैं। उन्होंने फिल्म में अपनी दमदार एक्टिंग से दर्शकों के दिलों में खास जगह बना ली.। लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि ऋषभ शेट्टी ने कांतारा में एक्टिंग करने के साथ इसकी कहानी को लिखा भी है और फिल्म को डायरेक्ट भी किया है।
ऋषभ शेट्टी ने जब 12 साल पहले एक्टिंग का सफर शुरू किया, तब सोचा भी नहीं था कि एक दिन वह इतने बड़े स्टार बनेंगे कि हर कोई उनके साथ काम करना चाहेगा। लेकिन आज ऋषभ शेट्टी एक फिल्म से पैन इंडिया स्टार बन चुके हैं। ‘कांतारा’ से ऋषभ शेट्टी ने जो कमाल कर दिखाया है, उससे हर कोई हैरान है। हैरान इसलिए क्योंकि ऋषभ शेट्टी ने ‘कांतारा’ में सिर्फ एक्टिंग ही नहीं की है, बल्कि उन्होंने इसकी कहानी भी लिखी है और डायरेक्ट भी किया है। यह फिल्म आज कन्नड भाषा की तीसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई है। ‘कांतारा’ ने एक महीने में वर्ल्डवाइड 250 करोड़ से ज्यादा की कमाई कर ली है।
इससे भी ज्यादा एक बात जो हैरान करती है, वो यह कि Rishab Shetty साउथ फिल्म इंडस्ट्री में एक आउटसाइडर हैं। उनका कोई फिल्मी कनेक्शन नहीं रहा। ऐसे में जिस तरह ऋषभ शेट्टी ने अपने दम पर और कड़ी मेहनत के जरिए फिल्म इंडस्ट्री में पहचान बनाई, वह मिसाल है। साउथ फिल्म इंडस्ट्री में एक से बढ़कर एक कलाकार और स्टार्स हैं। दशकों से कमल हासन से लेकर रजनीकांत और अब अल्लू अर्जुन, यश और विजय सेतुपति जैसे स्टार्स का जलवा है। पर इन सबके बीच ऋषभ शेट्टी अपनी एक अलग पहचान बनाने में कामयाब रहे। हालांकि ऋषभ शेट्टी का यह फिल्मी सफर और सफलता की कहानी बेहद मुश्किलों भरी रही। ‘
‘काबिल बनो, सफलता झक मारकर पीछे आएगी’
ऋषभ शेट्टी ने इंडस्ट्री के उन लोगों में से हैं, जिन्होंने साबित कर दिखाया कि काबिल बनो, सफलता झक मारकर पीछे आएगी। ऋषभ शेट्टी ने कई साल की कड़ी मेहनत के बाद खुद को इस काबिल बना लिया कि आज हर कोई उनके साथ काम करना चाहता है। बॉलीवुड के गलियारों में भी ऋषभ शेट्टी की चर्चा हो रही है। लेकिन बहुत से लोग नहीं जानते कि इस मुकाम को पाने में ऋषभ शेट्टी को 18 साल तक स्ट्रगल करना पड़ा। ऋषभ शेट्टी ने क़लेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद एक्टिंग में जाने का फैसला किया था। ऋषभ शेट्टी का सपना था कि वह एक्टर बनें।
पढ़ाई के साथ पानी की बोतलें बेचना, होटल में काम और थिएटर
एक्टर बनने के सपने को पूरा करने के लिए ऋषभ शेट्टी ने थिएटर करना शुरू कर दिया था। उन्होंने अपना पहला प्ले कुंडापुरा में किया था। धीरे-धीरे ऋषभ शेट्टी और नाटकों में काम करने लगे। लोग ऋषभ की एक्टिंग की खूब तारीफ करते। इस वजह से ऋषभ का हौसला बढ़ा और उन्होंने एक्टिंग फील्ड में जाने का मन पक्का कर लिया। कॉलेज के दिनों में ऋषभ शेट्टी पढ़ाई तो करते ही थे, साथ ही खुद को सपोर्ट करने के लिए छोटे-मोटे काम भी करते थे। उन्होंने पानी की बोतलें बेचीं और रियल एस्टेट के फील्ड में भी काम किया। यहां तक कि कुछ समय तक ऋषभ शेट्टी ने होटल में भी काम किया। इन कामों के साथ-साथ ऋषभ शेट्टी फिल्मों के लिए भी ट्राई करते रहे।
साल 2004 में एक्टिंग का पहला मौका, नाम मात्र का रोल
ऋषभ शेट्टी को फिल्मों में एक्टिंग का पहला मौका 2004 में मिला था। फिल्म का नाम Nam Areali Ondina था, जिसमें उनके रोल और किरदार का कोई नाम नहीं था। यह नाम मात्र का किरदार था। लेकिन ऋषभ शेट्टी ने इसे खुशी से स्वीकार लिया और शिद्दत से निभाया। इसी तरह ऋषभ शेट्टी ने और भी कई फिल्मों में गुमनाम और छोटे किरदार निभाए। किसी में कैमियो किया तो किसी में भिखारी के रोल में दिखे। ऋषभ शेट्टी का जो 18 साल का स्ट्रगल का दर्द था, वह एक बार एक इंटरव्यू में छलका था। ऋषभ शेट्टी ने कहा था, ‘मुझे इंडस्ट्री में आए हुए 18 साल हो गए हैं। साल 2004 में मैंने कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री जॉइन की थी। पहली फिल्म में मैंने असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम किया। इस फिल्म का नाम ‘सायनाइड’ था। इसके बाद और भी फिल्में कीं।’
असिस्टेंट डायरेक्टर बने, कभी भिखारी तो कभी दोस्त का रोल
ऋषभ शेट्टी के मुताबिक, वह एक्टर बनना चाहते थे। लेकिन जब फिल्म इंडस्ट्री में आए तो पता चला कि कोई फिल्मी बैकग्राउंड नहीं है, कोई गॉडफादर नहीं है तो चांस नहीं मिलेगा। ऋषभ के मुताबिक, एक बार उन्होंने किसी का इंटरव्यू देखा था, जिससे पता चला कि अगर कोई असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम करता है तो उसे काफी मदद मिलती है। इससे उसके कॉन्टेक्ट बनते हैं, लोगों से मिलना-जुलना होता है। इसके बाद छोटे-मोटे किरदारों में ब्रेक मिल जाता है। तब ऋषभ शेट्टी ने असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम किया और डायरेक्शन की बारीकियां सीखीं।
‘बेल बॉटम’ में बने थे हीरो, ‘कांतारा’ ने दिलाया स्टारडम
कुछ साल तक फिल्मों में असिस्ट करने के बाद ऋषभ शेट्टी ने 2019 में लीड हीरो के तौर पर डेब्यू किया। हीरो के रूप में ऋषभ शेट्टी की पहली फिल्म ‘बेल बॉटम’ थी। इसके बाद ऋषभ ने कई और फिल्में कीं, पर सबसे छोटे-मोटे किरदार ही थे। लेकिन 2021 में ऋषभ शेट्टी ने ‘कांतारा’ फिल्म की कहानी सोची। उन्होंने उस फिल्म की कहानी लिखी और खुद ही एक्टिंग का फैसला किया। ऋषभ शेट्टी ने ‘कांतारा’ की कहानी के लिए अपने गांवे में की जाने वाली देव कोला और अन्य लोक कथाओं का रेफरेंस लिया।
ऋषभ शेट्टी चाहते तो किसी और डायरेक्टर को ‘कांतारा’ के लिए साइन कर सकते थे। लेकिन ऋषभ के मुताबिक, कोई और उनकी कहानी को वैसा रूप नहीं दे पाता, जैसा उन्होंने सोचा था। इसलिए ऋषभ शेट्टी ने ही ‘कांतारा’ को डायरेक्ट करने का फैसला किया। पहले उन्होंने इसे सिर्फ रीजनल सिनेमा के लिए बनाया। लेकिन भारी डिमांड देखते हुए ‘कांतारा’ को हिंदी में डब करके भी रिलीज किया गया। तब ऋषभ शेट्टी ने सोचा भी नहीं था कि उनकी यह फिल्म इतने रिकॉर्ड बनाएगी और उन्हें पैन इंडिया स्टार बना देगी।
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