Home » पश्चिम बंगाल » बर्धमान मेडिकल कॉलेज से चुराया गया 18 दिन का बच्चा कुछ घंटों में बरामद, मां-बेटी गिरफ्तार

बर्धमान मेडिकल कॉलेज से चुराया गया 18 दिन का बच्चा कुछ घंटों में बरामद, मां-बेटी गिरफ्तार

बर्धमान। पश्चिम बंगाल के बर्धमान मेडिकल कॉलेज अस्पताल से मंगलवार को एक 18 दिन के नवजात बच्चे को चोरी करने की सनसनीखेज घटना सामने आई। हालांकि राहत की बात यह रही कि चोरी के कुछ ही घंटों के भीतर पुलिस. . .

बर्धमान। पश्चिम बंगाल के बर्धमान मेडिकल कॉलेज अस्पताल से मंगलवार को एक 18 दिन के नवजात बच्चे को चोरी करने की सनसनीखेज घटना सामने आई। हालांकि राहत की बात यह रही कि चोरी के कुछ ही घंटों के भीतर पुलिस ने बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया और इस अपराध में शामिल दो महिलाओं मां और बेटी को गिरफ्तार कर लिया गया।

कैसे हुई वारदात

घटना की शुरुआत तब हुई जब बीरभूम जिले के कीर्णाहर थाना क्षेत्र के बलरामपुर निवासी सलेफा बीबी अपने 18 दिन के नवजात को लेकर इलाज के लिए अस्पताल पहुंचीं। उनके साथ उनकी मां और पति मौजूद थे। डॉक्टर की अनुपस्थिति में वे प्रसूति विभाग के सामने बैठी थीं। उसी समय एक अजनबी महिला उनसे बातचीत शुरू करती है और फिर बच्चे को गोद में लेकर दुलारने लगती है। सलेफा बीबी और उनकी मां का ध्यान जैसे ही थोड़ी देर के लिए भटका, महिला ने मौके का फायदा उठाकर नवजात को लेकर वहां से चुपचाप निकल जाती है।

CCTV फुटेज से पहचान, केस्टपुर से बरामद बच्चा

शिशु के गायब होने के बाद अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच जाती है। काफी तलाश के बाद जब बच्चा नहीं मिला, तो परिजनों ने अस्पताल के पुलिस कैंप में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तुरंत CCTV फुटेज खंगालना शुरू किया, जिसमें पीली चूड़िदार पहनी एक महिला बच्चे को लेकर अस्पताल से बाहर निकलते हुए दिखती है। फुटेज के आधार पर पुलिस ने उस महिला की तस्वीर कई इलाकों में भेजी और सुराग मिलने पर केस्टपुर इलाके में रिंकी खातून के घर पर छापा मारा। वहां पहुंचकर पुलिस ने देखा कि रिंकी खुद बच्चे को स्तनपान करा रही थी। पुलिस ने उसे और उसकी मां मिनिरा बीबी को गिरफ्तार किया।

गिरफ्तार महिलाओं का बयान

पुलिस पूछताछ में रिंकी खातून ने बताया कि कुछ समय पहले उसका बच्चा मर गया था, और उस गम में वह मानसिक तौर पर टूट चुकी थी। इसी वजह से उसने यह कदम उठाया। हालांकि, पुलिस इस दावे की सच्चाई की जांच कर रही है कि क्या यह घटना वाकई मानसिक पीड़ा की वजह से हुई, या इसके पीछे कोई बच्चा तस्करी गिरोह का हाथ है।

क्या कहती है पुलिस

पुलिस का प्राथमिक अनुमान है कि बच्चे को बेचने की नीयत से चोरी किया गया था। मामले की जांच की जा रही है कि कहीं इसके पीछे कोई बड़ा रैकेट तो नहीं है। आरोपियों को बुधवार को बर्धमान अदालत में पेश किया जाएगा।

बच्चा सौंपा गया माता-पिता को

बच्चे के माता-पिता को पुलिस ने सूचना दी और जब वे थाने पहुंचे, तब उन्होंने अपने नवजात की पहचान की और बच्चे को वापस सौंप दिया गया।