नई दिल्ली। कोरोना महामारी जबसे शुरू हुई है तभी से इसके वैरिएंट्स चिंता का सबब रहे हैं। इसका हर वैरिएंट पिछले की तुलना में अलग होता है। कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन लगभग पूरी दुनिया में अपने पैर पसार चुका है। अब ओमिक्रॉन के तेजी से फैल रहे एक नए सब-स्ट्रेन (BA.2) ने दुनिया की नींद उड़ा दी है। ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट से इसलिए भी ज्यादा खतरा है, क्योंकि आरटी -पीसीआर टेस्ट भी इसे पकड़ नहीं पा रहे हैं।
अब तक ये नया सब-वैरिएंट दुनिया के भारत समेत 40 देशों में दस्तक दे चुका है और माना जा रहा है कि ये वैरिएंट बहुत तेजी से दुनिया के बाकी देशों में भी फैल सकता है।
कोरोना वैरिएंट ओमिक्रॉन के एक नए सब वैरिएंट BA.2 की पहचान की गई है। इसे ‘स्टेल्थ ओमिक्रॉन’ कहा जा रहा है। ये नया सब वैरिएंट ओमिक्रॉन के बाकी स्ट्रेन को पीछे छोड़ते हुए दुनिया के कई देशों में तेजी से फैल रहा है। कुछ एक्सपर्ट इसे कोरोना का नया वैरिएंट और कुछ ‘ओमिक्रॉन का भाई’ बता रहे हैं।
‘स्टेल्थ ओमिक्रॉन’ कहे जा रहे इस सब वैरिएंट के केस भारत समेत दुनिया के 40 देशों में पाए जा चुके हैं। ‘स्टेल्थ ओमिक्रॉन’ को पहले के स्ट्रेन से भी ज्यादा तेजी से फैलने वाला माना जा रहा है और इससे दुनिया में कोरोना की और भी भयावह लहर आने का खतरा पैदा हो गया है।
क्या है ओमिक्रॉन का नया सब वैरिएंट? वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने 26 नवंबर 2021 को ओमिक्रॉन या B.1.1.529 को वैरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित किया था। डब्लूएचओ के मुताबिक ओमिक्रॉन के तीन सब वैरिएंट: BA.1, BA.2, और BA.3 हैं। 23 दिसंबर 2021 तक ओमिक्रॉन के 99% सीक्वेंस्ड केसेस में सब वैरिएंट BA.1 पाया गया था, लेकिन पिछले कुछ दिनों में ओमिक्रॉन का दूसरा सब वैरिएंट BA.2 या ‘स्टेल्थ ओमिक्रॉन’ तेजी से फैल रहा है।
माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में नए सब-वैरिएंट की वजह से भारत समेत दुनिया भर में कोरोना केसेस तेजी से बढ़ सकते हैं।
डब्लूएचओ का कहना है कि BA.1 की तुलना में BA.2 ज्यादा खतरनाक है या नहीं, इस बात का पता लगाने के लिए अभी और स्टडीज की जरूरत है।
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