मुख्यमंत्री ममता ने कहा -बंगाल से ख़त्म हो चुकी है बंद और हड़ताल की संस्कृति, हाथी के हमले में छात्र की मौत पर जताया दुख
सिलीगुड़ी। मेघालय से बागडोगरा एयरपोर्ट विमान केंद्र में लौटी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि बंगाल से बंद और हड़ताल की संस्कृति ख़त्म हो चुकी है। मेरे सत्ता में आने के बाद से ही 11 साल से मैंने बंद की संस्कृति पर लगाम लगाया है। दरअसल गोरखालैंड की मांग में दार्जीलिंग पहाड़ पर आज 23 फरवरी को बंद बुलाया गया था, लेकिन मुख्यमंत्री ने कड़ी चेतावनी के बाद बंद वापस ले लिया गया है। इस सम्बन्ध में पूछने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बंद और हड़ताल की संस्कृति से विकास बाधित होता है, इसलिए सभी लोगों को इससे बचना चाहिए।
दूसरी तरफ गुरुवार सुबह हाथी के हमले में मारे गए छात्र की मौत पर मुख्यमंत्री ने इस दर्दनाक हादसे पर दुख जताया। उन्होंने ने कहा कि सरकार मृतक के परिवार के साथ हैं। साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में वह वन, पुलिस और शिक्षा विभाग को कार्रवाई के आदेश दे चुकी हैं। उन्होंने मृत छात्र की मां की तबीयत के बारे में सुनकर चिंता व्यक्त की। बागडोगरा में मुख्यमंत्री पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि “मैंने सुना है कि मृतक की मां बेहोश है। मैंने परिवार के सदस्यों से कहा है कि अगर वे सहमत हों तो एयर एंबुलेंस में उन्हें कोलकाता ले जाएं। मैंने एसएसकेएम में आईसीसीयू तैयार रखने को कहा है।” उन्होंने कहा कि वह जिस हेलीकॉप्टर से मेघालय गई थी, जरूरत पड़ी तो उस हेलिकॉप्टर से मृत छात्र की मां को इलाज के लिए कोलकाता ले जाया जाएगा। उनके साथ मौजूद मुख्य सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी को मुख्यमंत्री ने पूरे मामले पर नजर रखने का आदेश दिया है।
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