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शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर एनबीयू में राजनीतिक पारा उफान पर, पार्थ की पीएचडी डिग्री रद्द करने की मांग ले कर हुआ विरोध प्रदर्शन

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सिलीगुड़ी। स्कूल सर्विस कमीशन यानि एसएससी के तहत शिक्षकों की भर्ती घोटाले को लेकर पूरे राज्य के साथ सिलीगुड़ी में भी राजनीतिक पारा उफान पर है। विभिन्न राजनीतिक दलों ने राज्य की ममता सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस मामले मे गिरफ्तार पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की पीएचडी की डिग्री रद करने की मांग ने जोर पकड़ लिया है। इसी कड़ी में उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर सुविरेश भट्टाचार्य के इस्तीफे की मांग को लेकर उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय गेट नंबर 2 पर अखिल भारतीय विकास परिषद् यही एबीवीपी की ओर से जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया। इसको लेकर काफी उत्तेजना देखने को मिली और पुलिस को स्थति संभालने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी
उल्लेखनी है कि मंगलवार को भी भाजपा के तरफ से इसी मांग को लेकर विरोध प्रद्रशन किया गया था। इस दौरान जमकर पुलिस व भाजपा समर्थकों के बीच झड़प भी हुई। इस दौरान कुछ देर के लिए माहौल तनावग्रस्त हो गया। इस झड़प व प्रदर्शन में विश्वविद्यालय के गेट को भी क्षतिग्रस्त करने का आरोप भाजपा समर्थकों पर लगा है। जिसके खिलाफ एनबीयू प्रशासन की ओर से माटीगाड़ा थाने में शिकायत भी दर्ज कराई गई है।
दरअसल एबीवीपी के नेताओं का कहना है कि एसएससी शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में विश्वविद्यालय के उपकुलपति डा सुबीरेश भट्टाचार्य को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि एनबीयू में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। टीचिंग और नान टीचिंग स्टाफ की भर्ती, प्रमोशन को लेकर भ्रष्टाचार कैसे हुआ, इससे सभी वाकिफ हैं। इस मामले में वीसी को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। विश्वविद्यालय में पिछले कुछ वर्षों में हुए भ्रष्टाचारों की उचित जाच हो और इसमें शामिल लोगों को गिरफ्तार किया जाए। एसएससी द्वारा सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के लिए कर्मचारियों की भर्ती में कथित भ्रष्टाचार पर उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति रंजीत कुमार बाग की अध्यक्षता वाली जांच समिति की जाच रिपोर्ट में एनबीयू के वाइस चांसलर डा भट्टाचार्य का नाम था।


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