नई दिल्ली। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच की आंच का सामना कर रहे तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी और पत्नी रुजिरा बनर्जी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, लेकिन उनको राहत नहीं मिली है। कोयला तस्करी केस में टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी आज सोमवार को पूछताछ में शामिल होने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दिल्ली दफ्तर पहुंचे। इससे पहले उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में इस समन के खिलाफ याचिका दायर की थी, लेकिन कोर्ट ने इसपर आज तुरंत सुनवाई से इनकार कर दिया, जिसके बाद टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी को ईडी दफ्तर जाना पड़ा
पश्चिम बंगाल के कथित कोयला घोटाले में PMLA के तहत केस दर्ज हुआ था। इसमें ममता बनर्जी के भतीजे और टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी रुजीरा बनर्जी का भी नाम आया था। इसलिए ईडी ने दोनों को पूछताछ के लिए समन किया था।
रविवार को बनर्जी ने कहा था, ‘हम बीजेपी के सामने नहीं झुकेंगे, जो ऐसा बदला लेने के लिए कर रहे हैं, क्योंकि बंगाल के लोगों ने उन्हें नकार दिया है। मैंने बीते साल अगस्त में दिल्ली हाईकोर्ट के सामने ईडी के अधिकार क्षेत्र को चुनौती दी थी… कोर्ट ने चार महीने तक याचिका पर सुनवाई की और अपना आदेश और तीन महीनों के लिए सुरक्षित रख लिया। फिर भाजपा के प्रदेश चुनाव जीतने के एक दिन बाद, कोर्ट ने अचानक मेरी याचिका खारिज कर दी…। यह संयोग नहीं हो सकता। मेरे पास सुप्रीम कोर्ट जाने का विल्प खुला हुआ है और मुझे न्यायपालिका पर भरोसा है।’