Universe TV
हर खबर पर पैनी नजर

IPL 2023: अर्जुन तेंदुलकर ने मुंबई इंडियंस को जिताया, फिर भी कोसा क्यों जा रहा है?

- Sponsored -

- Sponsored -


नई दिल्ली। अर्जुन तेंदुलकर को अबतक दुनिया सचिन के बेटे के नाम से पहचानती थी लेकिन अब इस नाम को एक बेहतरीन तेज गेंदबाज के तौर पर भी जाना जा रहा है। आईपीएल 2023 के 25वें मैच में अर्जुन ने अपनी सटीक गेंदबाजी के दम पर मुंबई इंडियंस को 14 रनों से जीत दिलाई। सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ आखिरी ओवर में मुंबई इंडियंस को 20 रन बचाने थे और अर्जुन तेंदुलकर ने महज 5 रन खर्च किए।
अर्जुन तेंदुलकर ने इन पांच बेहतरीन यॉर्कर्स फेंकी और इस दौरान उन्हें आईपीएल में पहला विकेट भी हासिल हुआ। उन्होंने भुवनेश्वर कुमार को अपना शिकार बनाया। हालांकि इतने बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद अर्जुन तेंदुलकर को सोशल मीडिया पर कोसा जा रहा है। आइए आपको बताते हैं आखिर इसकी वजह क्या है?
अर्जुन तेंदुलकर की गलती क्या है?
अर्जुन तेंदुलकर ने भले ही सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ अपनी प्रतिभा का सबूत दिया हो लेकिन उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है। फैंस का दावा है कि अर्जुन ने कोई ऐसी खास चीज नहीं की है क्योंकि उन्होंने टेलेंडर्स के खिलाफ ये रन बचाए हैं। कुछ ट्विटर यूजर्स ने ये भी दावा किया कि अर्जुन तेंदुलकर पर इसलिए इतनी ज्यादा बातचीत हो रही है क्योंकि वो सचिन के बेटे हैं।उनके जैसा टैलेंट तो घरेलू क्रिकेट में आम है।
अर्जुन तेंदुलकर हैं बेहद खास
अर्जुन तेंदुलकर को भले ही कुछ लोग नकार रहे हों लेकिन इस खिलाड़ी के अंदर काबिलियत तो है। अर्जुन तेंदुलकर की सबसे बड़ी खासियत उनकी यॉर्कर गेंद है, यॉर्कर गेंद को करना इतना आसान नहीं होता। अकसर इस गेंद का इस्तेमाल करना गेंदबाजों को भारी पड़ता है क्योंकि ये फुलटॉस बन जाती है जिसपर विरोधी बल्लेबाज आसानी से रन बटोर सकते हैं, लेकिन अर्जुन की यॉर्कर सटीक है।
अर्जुन के पास सिर्फ यॉर्कर नहीं बल्कि स्विंग भी है। चूंकि वो बाएं हाथ के गेंदबाज हैं तो उनकी गेंद नेचुरल एंगल से बाहर निकलती है। इसके साथ-साथ वो गेंद को अंदर की ओर भी लाते हैं।यही नहीं उनके पास गेंद को रिवर्स कराने की भी काबिलियत है।
माना कि अर्जुन की रफ्तार कम है, वो 130 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार तक बमुश्किल पहुंच पाते हैं लेकिन ये बात समझने की जरूरत है कि कम रफ्तार की यॉर्कर 150 किमी. प्रति घंटे की लेंग्थ बॉल से ज्यादा घातक होती है। अंत में अर्जुन को यही मानकर आगे बढ़ना चाहिए कि कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना।


- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

Comments are closed.