उन्नाव। गंगा घाट पर उस वक्त हड़कंप मच गया, जब कानपुर से आए सात बच्चे नदी में डूबने लगे। चीख-पुकार सुनकर घाट पर मौजूद गोताखोरों ने आनन-फानन में तीन बच्चों को बचा लिया, लेकिन चार किशोर गंगा में डूब गए। गंगा में डूबने से चार किशोरों की मौत हो गई। हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों की मदद से चारों शवों को बाहर निकाला और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, हादसे की सूचना मिलते ही मृतकों के गांव में कोहराम मच गया।
यह हादसा उन्नाव जिले के गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के बालूघाट गंगा तट का है। जानकारी के मुताबिक, कानपुर नगर के चकेरी थाना क्षेत्र के निहौरा गांव के रहने वाले अयाज 14 वर्ष, अंकित 16 वर्ष, अर्शलान 15 वर्ष, रेहान 12 वर्ष अपने 3 अन्य दोस्तों के साथ शाम 4 बजे गंगा नदी में नहाने पहुंचे थे। इस दौरान अर्सलान गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। अर्सलान को डूबता हुआ देख सभी उसे बचाने का प्रयास करने लगे और वो भी गहरे पानी में चले गए।
खुद को डूबता हुए देख बच्चों ने शोर मचाना शुरू कर दिया, जिससे घाट पर मौजूद लोग बचाव के लिए दौड़ पड़े और आनन-फानन में गोताखोरों को बुलाया गया। गोताखोरों ने कड़ी मशक्कत के बाद तीन बच्चों को सकुशल बाहर निकाल लिया। जबकि 4 किशोर गंगा में समा गए। करीब 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद गोताखोरों ने गहरे पानी से डूबे 4 किशोरों के शव बाहर निकाले। सभी लड़के घर में बिना बताए कानपुर से यहां गंगा नहाने आये थे।
4 किशोरों के गंगा में डूबने की सूचना से इलाके में हड़कंप मच गया। गंगा में डूबने से 4 किशोरों की मौत की सूचना मिलने पर डीएम उन्नाव रवींद्र कुमार ने सिटी मजिस्ट्रेट व एडिशनल एसपी को मौके पर भेजा। एडिशनल एसपी शशिशेखर सिंह ने बताया कि जहां पर किशोरों के डूबने से मौत हुई है, वह घटनास्थल कानपुर नगर पुलिस की सीमा में आता है। उन्नाव पुलिस ने दुखद घटना की जांच में सहयोग किया है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए कानपुर नगर पुलिस को सौंप दिया गया है।
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