जर्जर हाल में इंग्लिश बाजार रेगुलेटेड मार्केट, रात में बाजार की जगह लगता है अवैध शराब, जुए का अड्डा, व्यापारियों ने की प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग
मालदा। इंग्लिश बाजार रेगुलेटेड मार्केट क्षेत्र लंबे समय से जर्जर स्थिति में है, लेकिन प्रशासन द्वारा सुध नहीं लिया जा रहा है। हालाँकि यहाँ व्यापारियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा नई दुकानों का निर्माण किया गया है, लेकिन निम्न स्तरीय बुनियादी ढांचा और खराब वातावरण के चलते कई कारोबारियों ने यह शिकायत की है कि उनमें अपनी दुकानें खोलने की हिम्मत नहीं है।
बताते चले मालदा शहर के विस्तार के लिए गौरकन्या सरकारी बस स्टैंड से सटे इलाके में दशकों पहले इंग्लिश बाजार रेगुलेटेड मार्केट खोला गया था। यहाँ करीब150 दुकानें अभी भी बंद हैं। सुबह के समय कुछ फलों और सब्जियों की मंडी यहाँ लगती है। वहीँ शाम होते ही असमाजिक गतिविधियां तेज हो जाती है। लोग बताते हैं यहाँ रात में अवैध शराब, जुए के अड्डे लगते हैं।
इंग्लिश बाजार रेगुलेटेड मार्केट क्षेत्र के कारोबारियों के मुताबिक कारोबारी दुकानें खोलना चाहते हैं। लेकिन खराब बुनियादी ढांचा और अच्छी सड़कों का अभाव है। इतना ही नहीं स्ट्रीट लाइट भी नहीं हैं। शाम के बाद यहाँ सामाजिक गतिविधि शुरू हो जाती है। यहाँ दहशत का माहौल है।
कारोबारियों ने इस संबंध में प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग की है। मालदा मर्चेंट चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष जयंत कुंडू ने कहा कि इंग्लिश बाजार रेगुलेटेड मार्केट में नई दुकानें खोलने को लेकर प्रशासन से चर्चा हो चुकी है। जिला प्रशासन ने वहां बुनियादी ढांचे के विकास के लिए पहल करने की भी बात कही है।
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