श्रीनगर। घाटी में एक और गैर-कश्मीरी पर शुक्रवार को आतंकवादी हमला किया गया। पुलवामा में आतंकियों ने एक मजदूर को गोली मार दी। उसे अस्पताल में भर्ती किया गया है। उसकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। पुलिस ने बताया कि इलाके में आतंकवादियों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। मजदूर का नाम मुनीरुल इस्लाम है और वह पश्चिम बंगाल का रहने वाला है।
मंगलवार को शोपियां में हुआ था ग्रेनेड अटैक
जम्मू-कश्मीर के शोपियां में मंगलवार को ग्रेनेड अटैक हुआ। यह हमला शोपियां के मनिहाल बाटपोरा इलाके में कश्मीरी पंडित के घर पर हुआ। ग्रेनेड हिंदुओं की कॉलोनी को टारगेट कर फेंका गया था, लेकिन यह सीआरपीएफ की गाड़ी पर जा गिरा। इसमें किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं मिली है। सुरक्षाबल इलाके की घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं।
इससे पहले सोमवार शाम को आतंकियों ने दो अलग-अलग जगहों पर ग्रेनेड फेंका। पहला हमला बडगाम के गोपालपोरा चडूरा इलाके में किया गया, जिसमें एक नागरिक करण कुमार सिंह घायल हो गए। दूसरी घटना श्रीनगर की है, जहां आतंकियों ने पुलिस कंट्रोल रूम पर ग्रेनेड फेंका।
घाटी में लगातार क्यों हो टारगेट किलिंग्स?
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक टारगेटेड किलिंग पाकिस्तान की कश्मीर में अशांति फैलाने की नई योजना है। माना जा रहा है कि इसका मकसद, आर्टिकल 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास की योजनाओं पर पानी फेरना है।
आर्टिकल 370 हटने के बाद से ही कश्मीर में टारगेटेड किलिंग कि घटनाएं बढ़ी हैं, जिसमें खास तौर पर आतंकियों ने कश्मीरी पंडितों, प्रवासी कामगारों और यहां तक कि सरकार या पुलिस में काम करने वाले उन स्थानीय मुस्लिमों को भी सॉफ्ट टागरेट बनाया है, जिन्हें वे भारत का करीबी मानते हैं।
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