चंद्रयान 3: जगतगुरु रामभद्राचार्य ने चंद्रयान 3 को लेकर की बड़ी भविष्यवाणी, पंडित धीरेंद्र शास्त्री के हैं गुरू
चित्रकूट। चंद्रयान 3 को लेकर पूरी दुनिया की निगाहे टिकी हुई हैं। तो वहीं जगतगुरु रामभद्राचार्य ने इसे लेकर बड़ी भविष्यवाणी कर दी है। उन्होंने कहा है कि विज्ञान और आध्यात्म का अनोखा संगम इसके सफल होने के आसार बना रहा है। उन्होंने कहा कि मिशन चंद्रयान-3 (Chandrayaan 3) सफल होगा। आपको बता दें जगतगुरु रामभद्राचार्य बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री के गुरू हैं।
कौन हैं जगतगुरू रामभद्राचार्य
गुरु रामभद्राचार्य पंडित धीरेंद्र शास्त्री के गुरू हैं। उन्होंने चित्रकूट में तुलसी पीठ की स्थापना की थी। 2 महीने की उम्र में उन्होंने अपनी नेत्र ज्योति खो दी थी। हालांकि पहले वे रामकथा वाचक के रूप में लोकप्रिय रहे। 2 महीने की उम्र से ही दृष्टि खोने के बाद भी वे 22 भाषाओं के ज्ञानी हैं। इतना ही नहीं अभी तक वे 80 ग्रंथों की रचना भी कर चुके हैं।
धीरेंद्र शास्त्री का किया था बचाव
आपको बता दें गुरू रामभद्राचार्य बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री के गुरू हैं। बीते दिनों धीरेंद्र शास्त्री जब अपने चमत्कारों को लेकर जब विवाद में फसे थे तो खुद गुरु रामभद्राचार्य उनके बचाव में सामने आए थे। उस दौरान उन्होंने कहा था कि कुछ लोग धीरेंद्र शास्त्री को बदनाम करने की कोशिशों में जुटे हैं।
पद्मविभूषण से सम्मानित हैं जगद्गुरु रामभद्राचार्य
जगद्गुरु रामभद्राचार्य का जन्म यूपी के जौनपुर में सरयूपारीण ब्राह्मण परिवार में मकर संक्राति को हुआ था। सन् 1950 में जन्में जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने 2 महीने की उम्र में अपनी आंखों की रोशनी खो दी थी। जिसके बाद 4 साल की उम्र से उन्होंने कविताएं लिखना शुरू कर दिया था। आपको जानकर हैरानी होगी कि महज 8 साल की उम्र में उन्होंने भागवत व रामकथा करना शुरू कर दिया था। उनकी इस उपलब्धि पर भारत सरकार ने उनकी रचनाओं के लिए पद्मविभूषण से सम्मानित भी किया है। देखना होगा चंद्रयान 3 (Chandrayaan 3) को लेकर की गई की भविष्यवाणी कितना सच साबित होती है।
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