नई दिल्ली। सचिन तेंदुलकर बहुत आसानी से किसी की तारीफ नहीं करते। अगर वह किसी के बारे में कुछ कहते हैं तो बहुत ही नपातुला और कई पैमाने पर कसा हुआ होता है। खासकर किसी गेंदबाज को लेकर। महान बल्लेबाज ने एक इवेंट में टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक 800 विकेट लेने वाले गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन की तारीफ की। उन्होंने श्रीलंकाई महान गेंदबाज के बारे में कहा कि वह एक्सप्रेस-वे पर भी गेंद को नचा सकते हैं।
तेंदुलकर ने स्पिन इस जादूगर के साथ अपनी पहली मुलाकात याद करते हुए कहा, ‘मैं पहली बार 1992-93 में इनसे मिला था और तब से हम अच्छे दोस्त हैं।’ उन्होंने कहा, ‘पूरी दुनिया जानती थी कि वह किस तरह से गेंद को स्पिन कराते थे। आप उन्हें ‘एक्सप्रेसवे’ पर भी गेंदबाजी कराओगे तो वह गेंद को टर्न करा लेंगे। भले ही कैसी भी सतह हो।’ तेंदुलकर ने कहा, ‘जब उन्होंने ‘दूसरा’ गेंद डालनी शुरु की तो उन्होंने नेट में इसका काफी अभ्यास किया।’
सचिन ने कहा- 18 महीनों तक वह नेट में ‘दूसरा’ गेंद का अभ्यास करते, जिसके बाद उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में यह गेंद डाली क्योंकि वह अपनी गेंदबाजी की ताकत और अपने कौशल को गंवाना नहीं चाहते थे। इस पर मुरलीधरन ने तुरंत कहा, ‘इन्होंने (सचिन) क्रिकेट में जो किया है, कोई भी नहीं कर सकता। यह सच है। किसी के लिए भी 15 साल की उम्र में प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलना और फिर 16-17 साल की उम्र में टेस्ट शतक जड़ना असंभव है। दूसरा सचिन तेंदुलकर पैदा ही नहीं होगा।’
उल्लेखनीय है कि इस इवेंट के दौरान श्रीलंका के महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन कहा कि भारत के कई महान बल्लेबाज जैसे सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर उनकी गेंद को पढ़ लेते थे लेकिन द्रविड़ ऐसा नहीं कर सके थे। मुरलीधरन ने कहा, ‘वह (सचिन तेंदुलकर) मेरी गेंद को बहुत अच्छी तरह पढ़ लेते थे। लेकिन ज्यादा खिलाड़ी ऐसा नहीं कर पाते थे। (ब्रायन) लारा भी इसमें सफल रहे थे लेकिन वह भी मेरी गेंदों को हिट नहीं कर सके थे।’
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