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नेहा सिंह राठौर की बढ़ीं मुश्किलें : ”यूपी में का बा, बाबा क दरबार बा…’ को लेकर पुलिस ने थमाया 7 सवालों का नोटिस, देखिये गाना

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लखनऊ। यूपी चुनाव में ‘यूपी में का बा’ गाना काफी पॉपुलर हुआ था। साड़ी में दिखीं लोक गायिका नेहा सिंह राठौड़ चर्चा में आ गईं। सोशल मीडिया से लेकर टीवी चैनलों की डिबेट में वह दिखाई देने लगीं। अब एक बार फिर उनकी चर्चा हो रही है। लेकिन मामला थोड़ा अलग है। नेहा सिंह के नए गाने ‘यूपी में का बा’- पार्ट 2 के लिए नोटिस भेजा है। उनसे 7 सवालों के जवाब मांगे गए हैं। नेहा पर आरोप लगा है कि वह अपने गाने से समाज में नफरत फैला रही हैं। 3 दिन के अंदर नेहा को जवाब देना होगा। जैसे ही यह खबर सामने आई, समाजवादी पार्टी से लेकर आम आदमी पार्टी के नेता यूपी की योगी सरकार पर बरसे पड़े। अखिलेश यादव ने तो पूरी कविता लिखकर ट्वीट की। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि क्या एक लोक गायिका की आवाज से इतना डर गई बीजेपी? उधर, नेहा का साफ कहना है कि कानपुर देहात में मां-बेटी को जिंदा जला दिया जाता है, प्रशासन की बर्बरता, आग लगी, बुलडोजर… ये सारी चीजें हुईं। मैंने हमेशा से घटनाओं और मुद्दों पर गीत लिखा है। यूपी चुनाव के समय भी जब गाया था तो अभद्र टिप्पणियां की गई थीं। कानपुर देहात वाले कांड पर मैंने सीजन 2 रिलीज किया तो इनको ये बात काफी चुभ गई। सबसे पहले जानिए यूपी पुलिस की नोटिस में क्या है और नेहा ने क्या-क्या बताया।
यूपी सरकार की नोटिस में का बा
अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान कानपुर देहात के एक गांव में मां-बेटी की जलकर मौत होने के बाद नेहा ने अपने ट्विटर हैंडल, फेसबुक और यूट्यूब चैनल से यूपी में का बा… गाना पोस्ट कर योगी सरकार पर कटाक्ष किया था। अकबरपुर कोतवाली पुलिस ने 160 सीआरपीसी का नोटिस दिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि स्पष्टीकरण नहीं देने पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मुख्य आरोप यही लगाए गए हैं कि नेहा के गाने समाज में भेदभाव और वैमनस्य फैला रहे हैं।
सवाल 1- क्या वीडियो में आप खुद हैं या नहीं?
सवाल 2- जिन इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ये गाने पोस्ट किए गए हैं, क्या नेहा सिंह राठौड़ खुद चलाती हैं या कोई और चलाता है?
सवाल 3- क्या वीडियो को आपने यूट्यूब और ट्विटर पर अपलोड किया?
सवाल 4- पुलिस ने पूछा है कि जो गाने उन्होंने गाए हैं, वह उन्होंने खुद लिखे हैं या किसी ने दिए हैं?
सवाल 5- गाने लिखने और गाने का आधार क्या है?
सवाल 6- क्या Neha Singh Rathore Channel और @nehafolksinger ट्विटर अकाउंट आपके हैं या नहीं?
सवाल 7- अगर ये प्लेटफॉर्म आपके हैं तो क्या आप इनका इस्तेमाल करती हैं या नहीं?
नेहा ने बताया कि अंबेडकर नगर में मेरे ससुराल में पुलिसवाले जीप में भरकर पहुंच गए जैसे किसी क्रिमिनल को पकड़ने जा रहे हों। मेरे ससुर जी को नोटिस थमाया लेकिन वहां से बात नहीं बनी क्योंकि मैं दिल्ली में रहती हूं। कल शाम 8 बजे फिर से पूरी फौज लेकर ये दिल्ली चले आए। यहां मैं जिस सोसाइटी में रहती हूं, लोग मुझे संदिग्ध नजरों से देख रहे थे। ये लोग डराने-धमकाने का काम कर रहे हैं।
‘का बा’ की कौन सी लाइन पुलिस को चुभ रही?
नेहा का कहना है कि लोगों को खुद यह गाना सुनना चाहिए तब पता चलेगा कि क्या इससे समाज में कोई वैमनस्यता फैल रही है। आगे पढ़िए पूरा गीत
बाबा क दरबार बा, ढहत घर बार बा
माई-बेटी के आग में झोंकत यूपी सरकार बा
का बा, यूपी में का बा
अरे बाबा की डीएम त बड़ी रंगबाज बा
कानपुर देहात में ले आइल रामराज बा
बुलडोजर से रौंदत दीक्षित के घरवा आज बा
यही बुलडोजरवा पे बाबा के नाज बा
का बा, यूपी में का बा
इधर भिड़ गए सपा-भाजपा के नेता
यूपी विधानसभा में बजट पेश होने से पहले ही नेहा को नोटिस का मामला गरमा गया। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ‘यूपी में का बा, यूपी में झुठ्ठे केसों की बहार बा, यूपी में गरीब-किसान बेहाल बा, यूपी में पिछड़े-दलितों पर प्रहार बा, यूपी में कारोबार का बंटाधार बा।’ उन्होंने आगे लिखा, ‘यूपी में भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार बा, यूपी में बिन काम के बस प्रचार बा, यूपी में अगले चुनाव का इंतजार बा, यूपी में अगली बार भाजपा बाहर बा।’ भाजपा की उप्र इकाई के मीडिया सह-संपर्क प्रमुख नवीन श्रीवास्तव ने ट्वीट कर अखिलेश पर पलटवार किया। उन्होंने अखिलेश के अंदा में लिखा, ‘यूपी में उद्योगपतियन खातिर बढ़िया माहौल बा, यूपी में भ्रष्टाचारियन पर लगाम बा, यूपी में अगड़ा पिछड़ा दलित सबकर सम्मान बा, यूपी में अगले कई चुनाव में कोई का मौका न बा।’


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