नई दिल्ली। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने आखिरकार बुधवार रात (7 सितंबर) को नीट यूजी 2022 के नतीजे घोषित कर दिए। इस साल राजस्थान की तनिष्का 715 अंक हासिल करने वाली ऑल इंडिया टॉपर चुनी गई हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऑल इंडिया टॉपर तनिष्का के साथ-साथ टॉप 2 दिल्ली के वत्स आशीष बत्रा और टॉप-3 कर्नाटक के ऋषिकेश नागभूषण गंगुले और टॉप-4 रूचा पावाशे को भी 715 अंक मिले हैं। यानी अन्य तीन छात्र जिन्होंने 715 अंक या 99.9997733 अंक प्राप्त किए हैं लेकिन फिर भी नीट 2022 की टॉपर तनिष्का को घोषित किया गया है, आइए जानें क्यों?
आखिर कैसे तनिष्का बनीं नंबर-1
पिछले साल की तरह नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने टॉप-4 के सभी छात्रों को समाना अंक लाने की वजह से संयुक्त रूप से उन्हें पहला रैंक नहीं दिया है। इसके बजाय नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने राजस्थान की तनिष्का को पहला रैंक देने के लिए अपनी नई टाई-ब्रेकर नीति अपनाई है। वहीं दिल्ली के वत्स आशीष बत्रा को दूसरा स्थान और कर्नाटक के हृषिकेश नागभूषण गंगुले और रुचा पावाशे को चौथा स्थान मिला है। जबकि 2020 में 2 छात्र सोयब आफताब और आकांक्षा सिंह 720 नंबर लाए थे लेकिन उस साल टॉपर निर्धारित करने के लिए आयु मानदंड का उपयोग किया गया था।
2022 के टाई-ब्रेकिंग पॉलिसी में किया गया है बदलाव
हालांकि आयु मानदंड वाले टाई-ब्रेकिंग पॉलिसी को पिछले साल बदल गया था। एनटीए ने टाई-ब्रेकिंग पॉलिसी से उम्र के नियम को हटा दिया था और इसके परिणामस्वरूप 720/720 स्कोर करने वाले 3 छात्रों को टॉपर घोषित किया था। लेकिन 2022 में एनटीए ने फिर से टाई-ब्रेकिंग नियमों में संशोधन किया। अब यदि 2 या अधिक उम्मीदवार परीक्षा में समान अंक प्राप्त करते हैं, तो उनके बीच के संबंधों को इस क्रम में हल किया जाता है, पहला, परीक्षण में जीव विज्ञान (वनस्पति विज्ञान और प्राणी विज्ञान) में हाई स्कोर पाने वाले उम्मीदवार को प्राथमिकता दी जाती है। दूसरा टेस्ट में रसायन विज्ञान में उच्च अंक / प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवार को प्राथमिकता दी जाएगी।
इन पहलूओं पर भी परखा जाएगा
वहीं टाई-ब्रेकिंग पॉलिसी 2022 के तीसरे नंबर पर, परीक्षा में भौतिकी विषय में हाई स्कोर पाने वालों को प्राथमिकता दी जाती है। चौथा, परीक्षा में सभी विषयों में गलत उत्तरों और सही उत्तरों के प्रयास की संख्या के कम अनुपात वाले उम्मीदवार को कंसीडर किया जाता है। पांचवां, जीव विज्ञान (वनस्पति विज्ञान और प्राणी विज्ञान) में गलत उत्तरों और सही उत्तरों की संख्या के कम अनुपात वाले उम्मीदवार को प्रायोरिटी दी जाएगी। छठा, रसायन विज्ञान में प्रयास किए गए गलत उत्तरों और सही उत्तरों की संख्या के कम अनुपात वाले उम्मीदवार को कंसीडर किया गया है। इसके अलावा जीव विज्ञान (वनस्पति विज्ञान और प्राणी विज्ञान) में गलत उत्तरों और सही उत्तरों की संख्या के कम अनुपात वाले उम्मीदवार, सायन विज्ञान में प्रयास किए गए गलत उत्तरों और सही उत्तरों की संख्या के कम अनुपात वाले उम्मीदवार को कंसीडर किया जाएगा। भौतिक विज्ञान में प्रयास किए गए गलत उत्तरों और सही उत्तरों की संख्या के कम अनुपात वाले उम्मीदवार को कंसीडर किए जाएंगे।
17 जुलाई को हुई थी नीट-2022 की परीक्षा
राजस्थान की तनिष्का टॉपर हैं, वो मूल रूप से हरियाणा की रहने वाली हैं। इस साल कुल 18.72 लाख उम्मीदवारों ने प्रवेश परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया था। नीट-यूजी परीक्षा 17 जुलाई को आयोजित की गई थी, जिसमें 95 प्रतिशत से अधिक पंजीकृत उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए थे। नीट-यूजी का आयोजन भारत के 497 शहरों में 3,570 केंद्रों और विदेशों में 14 शहरों में किया गया था।
तनिष्का ने तोड़ा रिकॉर्ड, ओबीसी-एनसीएल से बनी पहली टॉपर
राजस्थान की तनिष्का ओबीसी-एनसीएल (ओबीसी-नॉन) श्रेणी से इस मेडिकल प्रवेश परीक्षा में टॉप करने वाली पहली उम्मीदवार हैं। तनिष्का ने नीट-यूजी परीक्षा में 99.9997733 पर्सेंटाइल हासिल किया है। जेईई मेन्स में भी 99.50 पर्सेंटाइल हासिल किया था।
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