Universe TV
हर खबर पर पैनी नजर

लद्दाख में कैमरे में कैद हुआ दुर्लभ स्नो लेपर्ड

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

नई दिल्ली। ध्रुव जयशंकर ने वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर साशा फोन्सेक ने तस्वीर शेयर की है। साशा ने स्नो लेपर्ड की कई तस्वीरें ली हैं, जिसे उन्होंने अपनी वेबसाइट पर साझा किया है। इन तस्वीरों के साथ उन्होंने अपने अनुभव भी लिखे है। उन्होंने कहा कि 2018 में उन्होंने स्नो लेपर्ड प्रोजेक्ट शुरू किया था। तीन साल बाद यानी 2020 में वे तेंदुए की तस्वीरें लेने में कामयाब हुए।
उन्होंने कहा कि भारत में लद्दाख की बर्फीली पहाड़ियों पर उन्होंने कई सर्द रातें बिताईं, साथ ही ऊंचाई पर कई बर्फीले तूफानों का सामना किया। उन्होंने पहाड़ों पर कई जानवरों की तस्वीरें लीं है, लेकिन उन्हें यकीन नहीं हुआ, जब उन्होंने स्नो लेपर्ड को सामने देखा। ऐसा पहली बार हुआ था, एक नहीं बल्कि एक ही रात में दो-दो स्नो लेपर्ड दिखाई पड़े।
साशा की ली गई तस्वीरें बेहद खूबसूरत हैं. निसंदेह इन सफेद तेंदुओं को हम में से बहुत से लोगों ने पहले कभी नहीं देखा होगा। स्नो लेपर्ड भारत की 5 ‘बड़ी बिल्लयों’ रॉयल बंगाल टाइगर, एशियाटिक लायन, भारतीय तेंदुआ और क्लाउडेड लेपर्ड में से एक है।
इस तेंदुए को देखना बहुत मुश्किल है। समुद्र तट से 2700 मीटर से ज्यादा की ऊंचाई वाले हिमालय और ट्रांस हिमालय क्षेत्रों में पाए जाते है। कई सालों से अवैध शिकार से इनके संरक्षण में आई कमी और वन्य जीव कम होने के कारण ये मानव आवास के करीब आ गए।
भारत में हर एक स्नो लेपर्ड 150-200 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को कवर करता है, शिकार के घनत्व की कमी को देखते हुए इस प्रजाति के भले के लिए, संरक्षित इलाकों का विस्तार किए जाने की ज़रूरत है।


- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

Comments are closed.